कौशाम्बी। जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी की अध्यक्षता में उदयन सभागार में जिला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने आधार प्रमाणीकरण डीबीटी प्रक्रिया की समीक्षा के दौरान कहा कि लम्बित प्रकरणों का सत्यापन कराया जाय। उन्हांने निपुण भारत की समीक्षा के
दौरान कहा कि जनपद कौशाम्बी छोटा जनपद है, विद्यालयां की संख्या भी कम है, यह हमारे लिए एक सुनहरा अवसर है कि हम अपने जनपद को निपुण बनायें। इसके लिए सम्बन्धितों के साथ बैठक कर कार्ययोजना एवं रणनीति बनाकर कार्य किया जाय, जिससे हम अपने ब्लॉक एवं जनपद को निपुण बना सकें। अध्यापकों के विरूद्ध अनावश्यक कार्यवाही न किया जाय।
अभिभावकों को भी जागरूक किया जाय, कि वे अपने बच्चों को स्कूल अवश्य भेजें। खण्ड शिक्षाधिकारी विद्यालयों का भ्रमण करते रहें, विशेषकर सर्वप्रथम संघर्षशील वाले विद्यालयों, उसके बाद मध्यम विद्यालयों एवं अन्त में सक्षम विद्यालयां का भ्रमण कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने ऑपरेशन कायाकल्प की समीक्षा के दौरान सभी खण्ड विकास अधिकारियों एवं ई०ओ० से कहा कि विद्यालयों में कोई भी कमी रह गई है तो उसे दूर करा लिया जाय। विद्यालयों को शत-प्रतिशत संतृप्त किया जाय। उन्होंने खण्ड शिक्षाधिकारियों से कहा कि भ्रमण कर विद्यालयों के जर्जर भवनों को चिन्हित कर लिया जाय तथा यह सुनिश्चित किया जाय कि बच्चे जर्जर भवनां में न बैठें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजीकरण से छूटे हुए निजी विद्यालयों का शत-प्रतिशत पंजीकरण कराया जाय तथा आरटीई
एक्ट के अन्तर्गत 25 प्रतिशत बच्चें का प्रवेश इन विद्यालयां में कराया जाय। इसके साथ ही उन्होने कहा कि जिन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास संचालित है, यह सुनिश्चित किया जाय कि स्मार्ट क्लास क्रियाशील रहें। अध्यापक टैबलेट का उपयोग करें एवं दीक्षा ऐप को भी ओपेन करें। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि रोस्टर बनाकर गाँव की साफ सफाई करायी जाय। विद्यालयों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाय। रोस्टर को प्रदर्शित भी किया जाय। उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों से कहा कि आकांक्षी ब्लॉक के इंडीकेटर्स योजना की प्रगति पर विशेष ध्यान दिया जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ० रवि किशोर त्रिवेदी, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कमलेन्द्र कुमार कुशवाहा एवं जिला विद्यालय निरीक्षक सच्चिदानन्द यादव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें