वाराणसी, । परिषदीय स्कूलों में बच्चों को शैक्षणिक रूप से प्रतिस्पर्धा में सक्षम बनाने के लिए इस साल कोर्स को समय से पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हर स्कूल में इसके लिए ‘एक्स्ट्रा क्लासेज’ की व्यवस्था दी गई है। साथ ही स्कूल के दौरान ही हर दिन 30 मिनट का रेमेडियल (उपचारात्मक) क्लास चलाने का भी निर्देश है। खेलकूद और अन्य गतिविधियों के साथ ही पढ़ाई का रुटीन तय किया गया है।
बेसिक स्कूलों के सत्र 2024-25 के लिए जारी शैक्षणिक कैलेंडर में हर दिन प्रार्थना सभा और ध्यान सत्र के बाद कक्षाएं शुरू करने के निर्देश हैं। एक पीरिएड यानी कालांश 40 मिनट का रखा जाएगा। भोजनावकाश के पहले और बाद में इन कालांश को बराबर रखा जाएगा। शैक्षणिक कैलेंडर में हर महीने के पाठ्यक्रम को तय करने के साथ ही तय समय में इनके पूरा न होने पर एक्स्ट्रा क्लास चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
पढ़ाई के दौरान और छुट्टी के दिनों में भी अतिरिक्त कक्षाएं चलाकर छूटा हुआ कोर्स पूरा कराया जाएगा। इसके साथ ही हर दिन कक्षाओं के बाद 30 मिनट की एक रेमेडियल कक्षा चलाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि रेमेडियल कक्षा इस बार स्कूलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। स्कूल में हर दिन 30 मिनट की इस कक्षा में उसी दिन पढ़ाए गए विषयों में बच्चों की समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। कोर्स में पिछड़ने और बीमारी या छुट्टी के कारण पढ़ाई में पीछे रह जाने वाले बच्चों को भी इन कक्षाओं से मदद मिलेगी।