महराजगंज : पेंशन के नाम पर
अविवाहितों व विधुरों को गुमराह कर उनकी नसबंदी कराने का मामला प्रकाश में आया है। जिन अविवाहितों की नसबंदी हुई है, वे मानसिक रूप से परेशान हैं। पीड़ितों के स्वजन ने आशा कार्यकर्ता व स्वाथ्यकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने के लिए खनुआ पुलिस चौकी पर तहरीर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। कैथवलिया उर्फ बरगदही गांव के व्यक्ति ने बताया कि उसकी पत्नी का देहांत हो गया है। दो दिन पूर्व आशा कार्यकर्ता घर पर आई। कहा कि स्वास्थ्य परीक्षण व पेंशन की योजना है। वह उन्हें रतनपुर सीएचसी ले गई, फिर फरेंदा के बनकटी सीएचसी पर उनका आपरेशन किया गया।
तीन अन्य
स्वास्थ्य कर्मियों के विरुद्ध दी तहरीर लोगों के स्वजन ने बताया कि घर आए स्वास्थ्यकर्मी पेंशन योजना का लालच देकर घर के मानसिक दिव्यांग लोगों को साथ ले गए। स्वास्थ्य कर्मी वापस आए तो सदस्यों के गुप्तांगों के पास टांका लगा मिला। स्वास्थ्य कर्मियों से जब सवाल जवाब किया तो वह स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। स्थानीय चिकित्सकों से परामर्श किया तो नसबंदी की बात सामने आई। एसीएमओ डा. राकेश कुमार ने बताया कि बरगदही गांव में अविवाहित और विधुर लोगों के नसबंदी का मामला संज्ञान में आया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी