लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के
शिक्षकों के लगातार विरोध के बाद भी डिजिटल हाजिरी से कोई ढील नहीं दी गई है। इसके लिए विभागीय दबाव के बाद शनिवार को कई जिलों में शिक्षक संकुलों ने इस काम से सामूहिक त्यागपत्र दे दिया। वहीं अब माध्यमिक शिक्षकों के लिए भी सख्ती की जाएगी।
दरअसल 5- 6 शिक्षकों को
शिक्षक संकुल के रूप में तैनात किया जाता जाता है। ये विद्यालयों को निपुण बनाने के लिए काम करते हैं। अब शिक्षा अधिकारी शिक्षक संकुलों पर शिक्षकों की डिजिटल अटेंडेंस लगवाने का दबाव बना रहे हैं। इसका विरोध शनिवार को भी जारी रहा। अमेठी, बरेली, आगरा, अलीगढ़, मैनपुरी आदि जिलों के शिक्षक संकुल ने त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने संकुल कार्य में रुचि न होने को इसका कारण बताया है। साथ ही अपने व्यक्तिगत मोबाइल नंबर का सरकारी काम में प्रयोग न करने का एलान किया।
माध्यमिक शिक्षक संघों ने भी दिया समर्थन
बेसिक शिक्षकों के समर्थन में शनिवार को माध्यमिक शिक्षक संघ भी उतरा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) के प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने कहा कि सभी प्रांतीय, मंडल व जिला पदाधिकारी अपनी टीम के साथ आंदोलनरत परिषदीय शिक्षकों के संघर्ष में शामिल होकर आंदोलन को सफल बनाएं।
• वहीं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट) के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि वह इस मनमाने आदेश के खिलाफ हर कदम में बेसिक शिक्षकों के साथ हैं