लखनऊ : बहुजन
समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष
पायावती ने कक्षा में जूते-चप्पल
न पहनकर जाने को लेकर संभल
की ब्रेसिक शिक्षा अधिकारी अलका
शर्मा के आदेश को गलत बताया है।
उन्होंने सरकार को इस मामले में
दखल देने की सलाह दी है।
संभल की ब्रेसिक शिक्षा
अधिकारी ने कंपोजिट विद्यालय
शरीफपुर में एक शिक्षक के
पोबाइल पर व्यस्त होने के मामले
को गंभीरता से लेते हुए आदेश जारी
किया है कि कक्षा में मोबाइल का
प्रयोग विशेष परिस्थितियों में ही
किया जाए। इसके अलावा आदेश
दिया कि कक्षा के अंदर शिक्षक व
विद्यार्थी जूते-चप्पल न पहनकर
जाएं। शिक्षकों को सर या मैडम
कहने की बजाय गुरु जी और दादी
या बहन जी कहकर संबोधित किया
जाए। कापियों की जांच केवल लाल
स्याही वाले पेन से की जाए और
स्कूल को तंबाकू व प्लास्टिक मुक्त
रखा जाए। इसे लेकर मायावर्ती ने
जूते-चप्पल पहनकर कक्षाओं में
प्रवेश न करने संबंधी आदेश को
गलत बताते हुए सरकार को दखल
देने की सलाह दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती जी ने संभल BSA के आदेश को अनुचित करार दिया।
(BSA संभल ने शिक्षकों को कक्षा में जूता चप्पल उतार कर प्रवेश करने का आदेश जारी किया था)