अमृत विचारः ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध के बीच शुक्रवार को पांच शिक्षकों ने टैबलेट के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। वहीं एक जुलाई से 9 जुलाई तक कराए गए स्कूलों के निरीक्षण में 36 शिक्षक विद्यालय से गैरहाजिर पाए गये हैं। इन सभी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। डिजिटल अटेंडेंस को लेकर
परिषदीय स्कूलों के शिक्षक लगातार इसका बहिष्कार कर रहे हैं और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। संगठन की एकजुटता के चलते शिक्षक अभी डिजिटल हाजिरी के लिए तैयार नहीं है। इस तमाम रोकथाम के बावजूद शुक्रवार को जिले के पांच शिक्षकों ने टैबलेट पर अपनी डिजिटल अटेंडेंस दर्ज करायी है। डिजिटल उपस्थिति दर्ज करने वालों में हलधरमऊ से एक व मनकापुर के चार शिक्षक शामिल हैं। बाकी ब्लाकों में शुक्रवार को भी डिजिटल अटेंडेंस शून्य रही। वहीं प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज किए गए निरीक्षण रिपोर्ट के मुताबिक एक जुलाई से 9 जुलाई तक कुल 36 शिक्षक गैरहाजिर पाए गए गए हैं। बीएसए ने सभी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया है।
डिजिटल हाजिरी को लगी 26 अफसरों की ड्यूटी
शिक्षकों को डिजिटल अटेंडेंस के प्रति जागरुक करने और उसके फायदे गिनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने 26 अफसरों की ड्यूटी लगायी है। यह अधिकारी स्कूलों में जाकर शिक्षकों को डिजिटल अटेंडेंस लगाने के लिए प्रेरित करेंगे। बीएसए अतुल तिवारी ने बताया कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को उनके अपने तैनाती वाले ब्लाक की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इसके अतिरिक्त खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय गीतांजलि को सीतारामपुर ग्रंट, जिला समन्वयक निर्माण विद्याभूषण मिश्रा को इमलिया मिश्र, जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता प्रेम शंकर मिश्र को पड़ी बल्लभ, शुभांशु कुमार को फरेंदा कानूनगो, बालिका शिक्षा जिला समन्वयक रक्षांदा को गुलरिया, समेकित शिक्षा जिला समन्वयक राजेश सिंह को जानकी नगर, एमडीएम जिला समन्वय गणेश कुमार गुप्ता को मेहनौन, जिला समन्वयक प्रशिक्षण हरि गोविंद यादव को गौरवा खुर्द व ईएमआईएस जिला समन्वयक जगदीश गुप्ता को कारोहामान की जिम्मेदारी दी गई है। सभी को अपने संकुल क्षेत्र के 10 स्कूलों के शिक्षकों व पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन कराने का निर्देश दिया गया है। कहा गया कि कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी।