सिद्धार्थनगर। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक भर्ती के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र बेचने वाले आरोपी को सदर पुलिस ने शनिवार को बीएसए कार्यालय के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बलिया का रहने वाला है और बीआरसी में संविदा पर बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर तैनात है। पुलिस का दावा है कि पिछले दिनों फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ विद्यालय आवंटन के दौरान पकड़े गए युवक से वह जेल में मिलने आया था। इसी दौरान उसे दबोच लिया गया।
शहर कोतवाल गौरव कुमार सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग में नवनियुक्त शिक्षकों को विद्यालय का आवंटन हो रहा था। इसी दौरान वाराणसी के चौबेपुर थानाक्षेत्र के राजबारी कादीपुर निवासी आफाक अहमद फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर विद्यालय आवंटन कराने पहुंचा था, बीएसए ने जांच के दौरान उसे पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी आफाक के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था।
पूछताछ में एक और आरोपी का नाम सामने आया था। इसी बीच मामले की जांच कर रहे पुरानी नौगढ़ चौकी प्रभारी अनूप कुमार मिश्र को शनिवार को जानकारी मिली की एक संदिग्ध बलिया से आया है जो जेल में बंद आफाक से मिलने वाला है। पुलिस टीम ने बीएसए ऑफिस के पास से एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसकी पहचान बलिया के खेजुरी थाना क्षेत्र के गोडवरा निवासी ज्ञानेन्द्र कुमार यादव बलिया के रूप में हुई। वह फर्जी नियुक्ति पत्र मामले में वांछित था। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया.
सरगना की तलाश में पुलिस
पुलिस की पूछताछ में ज्ञानेन्द्र ने बताया कि वह बलिया के ही नवानगर बीआरसी पर संविदा पर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है। पुलिस के मुताबिक फर्जी नियुक्ति पत्र बनवाने में ज्ञानेंद्र सहयोग कर रहा था। पुलिस अब आगे की कड़ियां जोड़ने के साथ ही फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के सरगना की तलाश में जुटी है।