मंझनपुर। सख्ती के बावजूद परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की आदतों में सुधार नहीं हो रहा है। बीएसए के निरीक्षण में मंगलवार को ऐसा ही कुछ देखने को मिला। अलग- अलग विद्यालयों के तीन शिक्षक हस्ताक्षर बनाकर ड्यूटी से गायब मिले। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति भी बेहद कम रही।
अनुपस्थित शिक्षकों को नोटिस जारी करने के साथ ही प्रधानाध्यापकों को बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने का निर्देश दिया।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कमलेंद्र कुमार कुशवाहा मंगलवार की दोपहर एक बजे सदर ब्लॉक के महुआखाड़ा प्राइमरी स्कूल पहुंचे। यहां नियुक्त सहायक अध्यापक आशीष कुमार शुक्ला हस्ताक्षर बनाकर ड्यूटी से गायब मिले। पंजीकृत 121 के सापेक्ष 47 बच्चे की उपस्थित मिले।
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दोपहर 1.24 बजे सिराथू ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय नौगीरा पहुंचे बीएसए को अनुदेशक मृत्युंजय सिंह रजिस्टर में दस्तखत बनाकर गायब मिले। 137 बच्चों के सापेक्ष मात्र 67 ही उपस्थित रहे। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय नौगीरा पहुंचे बीएसए को 192 के सापेक्ष 117 बच्चे उपस्थित मिले।
दोपहर 1.56 बजे कंपोजिट विद्यालय देवखरपुर पहुंचे बीएसए को पता चला कि सहायक अध्यापक आशुतोष सिंह पिछले 29 जून से बिना किसी सूचना के गैरहाजिर चल रहे हैं। यहां में नामांकित 285 के सापेक्ष मात्र 127 बच्चे उपस्थित पाए गए। बीएसए ने कहा कि इससे पता चलता है कि शिक्षकों ने गांव का भ्रमण नहीं किया है।
विद्यालय की खिड़की टूटी मिली, कक्षा-कक्षों में टीएलएम एवं टाइम टेबल भी चस्पा नहीं मिला। प्रधानाध्यापक शत्रुजीत सिंह द्वारा पिछले साल मिली कंपोजिट ग्रांट का विवरण भी नहीं प्रस्तुत किया जा सका। विद्यालय की स्थिति देखने से पता चला कि कंपोजिट ग्रांट दुरुपयोग किया गया है।