वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कर अधिकारियों से कहा कि वे करदाताओं को भेजे जाने वाले नोटिस या पत्रों में सरल शब्दों का इस्तेमाल करें और कानून की तरफ से दी गई शक्तियों का विवेकपूर्ण ढंग से उपयोग करें।
सीतारमण ने 165वें आयकर दिवस पर यहां आयोजित एक समारोह में कहा कि चेहरा-रहित आकलन व्यवस्था लागू होने के बाद कर अधिकारियों को अब करदाताओं के साथ अधिक निष्पक्ष और मैत्रीपूर्ण व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर नोटिस से करदाताओं के मन में डर की भावना नहीं पैदा होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज फेस लैस प्रत्यक्ष कर संग्रह सिर्फ आप लोगों के प्रयासों से संभव हो पाया है। इतना ही नहीं, 72 फीसदी लोगों ने आयकर रिटर्न भरते हुए नई आयकर व्यवस्था को अपनाया है, जो विभाग के प्रयासों से संभव हो पाया है। स्थापना दिवस पर माई स्टैंप नाम से डाक टिकट जारी किया गया। यह टिकट चाणक्य के अर्थशास्त्रत्त् से आधुनिक काल तक के कराधान विकास और देश के विकास में इसकी भूमिका को दर्शाता है।