बरेली। सफलता किसी की मोहताज नहीं होती, जरूरत होती है तो बस हुनर को पहचानने की। क्षेत्र में बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए उच्च प्राथमिक स्कूल पथरा की प्रिंसिपल सारिका सक्सेना का नवाचार काबिले तारीफ है।
सारिका ने अपने स्कूल में मेधावी छात्रों को चिह्नित कर सुपर 30 ग्रुप बनाया। इन छात्रों की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कराई। इसका अच्छा परिणाम मिला। छात्रों ने मेरिट स्कॉलरशिप स्कीम, इंस्पायर अवॉर्ड में कामयाबी हासिल की। स्कूल का नाम रोशन करने को सारिका लगातार नए प्रयोग करती रहती हैं।
दरअसल, क्षेत्र में आर्थिक स्थिति के चलते बच्चे कक्षा आठ के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। सारिका बताती हैं कि इस समस्या से निपटने का सबसे अच्छा विकल्प यह लगा कि क्यों न मेधावी बच्चों को ही इतना सक्षम बनाया जाए कि वो स्वयं अपनी पढ़ाई का खर्चा उठा पाएं। यह सोचकर अतिरिक्त समय देकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी सुपर 30 का ग्रुप बनाकर शुरू की। किताबों का इंतजाम कबीर फाउंडेशन ने किया। सरिका ने कहा कि कार्ययोजना और बच्चों की मेहनत का परिणाम है कि यूपी सरकार की नेशनल मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप स्कीम में हमारे 11 छात्रों का चयन हुआ। इन छात्रों को चार वर्ष तक हजार रुपये प्रति माह वजीफा मिलेगा। दो छात्रों का इंस्पायर अवॉर्ड के लिए चयन हुआ और नकद पुरस्कार मिला।
-ट्यूब पर भी सक्रिय
सारिका यू-ट्यूब पर स्ट्राइव फॉर लर्निंग नाम से एक चैनल भी चलाती हैं। इस पर शैक्षिक वीडियो पोस्ट किए जाते हैं। सारिका अभिभावकों को सरकारी योजनाओं से भी जोड़ती हैं। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जोड़ा।