लखनऊ : प्रदेश में 27,964 परिषदीय स्कूल जिनमें 50 से कम विद्यार्थी हैं, अब उनकी सघन निगरानी होगी। हर महीने स्कूलों की प्रगति रिपोर्ट ली जाएगी। छात्र संख्या में बढ़ोतरी के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। किन कारणों से विद्यार्थी घटे हैं उनकी पड़ताल कर समस्या का समाधान भी किया जाएगा। स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से छात्र संख्या में हर हाल में बढ़ोतरी किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि शिक्षक स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करें। आसपास के
हर महीने ली जाएगी विद्यालय की प्रगति रिपोर्ट, छात्र संख्या बढ़ाने को महानिदेशक ने दिए निर्देश
क्षेत्र में जाकर प्रचार-प्रसार करें। बेसिक शिक्षा की योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दें। परिषदीय स्कूलों में दाखिले की अंतिम तारीख 31 जुलाई थी लेकिन इन स्कूलों को अभी प्रवेश जारी रखने की छूट दी गई है। यह 30 सितंबर तक प्रवेश ले सकेंगे। ऐसे बच्चे जो स्कूल नहीं आ रहे हैं, उनका अभिभावकों से बात कर नामांकन कराएं। तमाम बच्चे ऐसे भी हैं, जो छोटे भाई-बहनों की देखभाल या खेती में परिवार का हाथ बंटाने के कारण विद्यालय नहीं आते।
ऐसे बच्चों का परिषदीय स्कूलों में
नामांकन कराएं और उनके छोटे भाई- बहनों को उसी परिसर में स्थित प्री- प्राइमरी स्कूल में प्रवेश दिलाया जाए। आपरेशन कायाकल्प के तहत विद्यालयों की सूरत बदली गई है। स्मार्ट क्लास सहित कई सुविधाएं विभिन्न विद्यालयों में दी जा रही हैं। अगर इन स्कूलों में आधारभूत संसाधनों की कोई कमी है तो उसे पूरा किया जाए। विशेषज्ञों की टीम भेजकर गुणवत्तापरक शिक्षा सुनिश्चित की जाएगी। खंड शिक्षा अधिकारी हर महीने इन विद्यालयों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से रिपोर्ट महानिदेशालय भेजी जाएगी।