भरुआ सुमेरपुर। ग्रामीणों की शिकायत पर निरीक्षण करने पहुंचे ब्लॉक प्रमुख को कंपोजिट विद्यालय देवगांव में शिक्षा का स्तर बेहद लचर मिला। वहीं घटिया एमडीएम (मिड डे मील) चखकर ब्लॉक प्रमुख दंग रह गए।
विद्यालय में तहरी के नाम पर पीले चावल और फंगस लगा सोयाबीन परोसा गया था। उन्होंने मामले की शिकायत डीएम, सीडीओ व बीएसए से की है। दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।
ब्लॉक प्रमुख जय नारायण सिंह यादव ने बताया कि कंपोजिट विद्यालय देवगांव में मुख्य गेट पर ताला लगा था। बहुत देर बुलाने के बाद कक्षा आठ के छात्र ने गेट का ताला खोला। 337 से सापेक्ष 102 छात्र छात्राएं उपस्थित मिले। अनुपस्थिति छात्र-छात्राओं के कॉलम को रिक्त रखा गया है। ताकि बाद में एमडीएम में फर्जीवाड़ा किया जा सके।
एमडीएम में प्रयोग होने वाले मसाले, तेल, ब्रांडेड नहीं मिले। सोयाबीन में सफेद परत लगी हुई थी और कीड़े भी थे। रसोई घर में गंदगी थी। बच्चों ने पूछताछ में बताया कि इस सत्र में जुलाई से अभी तक महज एक बार दूध एवं एक बार फल दिया गया है।
बताया कि बुधवार को तहरी के नाम पर सिर्फ पीला चावल था। सोयाबीन में फंगस लगा था। इस दौरान उन्होंने तहरी को चखकर भी देखा। वहीं, शिक्षकों की पर्याप्त संख्या के बावजूद शिक्षा का स्तर कमजोर मिला। प्रधानाध्यापक जगदीश शंकर शुक्ला ने बताया कि एमडीएम ग्राम प्रधान द्वारा बनवाया जाता है।
वहीं सामग्री देते हैं जो कुछ आता है उसी को रसोइया पकाती है। स्कूल में अन्ना मवेशी न घुसे इस वजह से गेट में ताला लटकाना पड़ता है। ग्राम प्रधान जितेंद्र कुमार ने प्रधानाध्यापक के आरोप को निराधार बताया है।
मुख्य विकास अधिकारी चन्द्रशेखर शुक्ला का
कहना है कि अभी उन्हें रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। रिपोर्ट आते ही मामले में तत्काल कार्रवाई की जाएगी