सीतापुर। राज्य सतर्कता आयोग की टीम ने खंड शिक्षाधिकारी पहला को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई प्रधानाध्यापक की शिकायत पर की गई। टीम रिश्वत खोर बीईओ को लेकर सीधे लखनऊ गई है। प्राथमिक विद्यालय खालगांव में तैनात प्रधानाध्यापक विनोद कुमार ने राज्य सतर्कता आयोग से शिकायत की थी। शिकायत में बताया था विद्यालयों में 5.65 लाख से बनने वाले अतिरिक्त कक्षों के निर्माण के लिए पैसा स्वीकृत करने के एवज बीईओ द्वारा प्रति कक्ष 65 हजार तथा कंपोजिट ग्रांट में कुल धनराशि का 10 प्रतिशत तथा एमडीएम बनवाने वाले प्रधानाध्यापकों से भी पैसा वसूला जा रहा था। विनोद के मुताबिक वह एक बार में 25 हजार रुपए दे चुका था, जबकि 15 हजार रुपये की रिश्वत की मांग लगातार की जा रही थी।
शिकायत पर बुधवार की दोपहर करीब पौने एक बजे राज्य सतर्कता आयोग टीम के साथ बीआरसी पहला पहुंचा। टीम बाहर रुक गई और विनोद परिसर के अंदर दाखिल हो गया, जहां बरामदे में ही बीईओ सुरेंद्र प्रताप सिंह मिल गए।
विनोद ने विजिलेंस टीम द्वारा उपलब्ध कराए गए 15 हजार रुपए बीईओ को दिए और जैसे ही बीईओ ने रुपए जेब में रखे, तुरंत विजिलेंस टीम अंदर पहुंच गई और बीईओ की जेब से पैसे बरामद कर हिरासत में ले लिया। टीम ने सहायक लेखाकर बृजेश कुशवाहा को बुलाकर बीईओ का कार्यालय खुलवाकर उसमें रखी अलमारी की तलाशी और उसकी वीडियो ग्राफी करवाई। बीईओ को गिरफ्तार कर टीम अपने संग बीआरसी में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर निकालकर ले गई। गिरफतार बीईओ को विजिलेंस टीम लेकर सीधे लखनऊ चली गई। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि विजिलेंस टीम द्वारा बीईओ पहला को रिश्वत लेते रंगे हांथों गिरफ्तार करने की जानकारी मिली है। शिकायत करने वाले प्रधानाध्यापक पर भी पूर्व में कार्रवाई हो चुकी है, उनका भी कार्य व्यवहार ठीक नहीं है।
एंटी करप्शन टीम ने एबीएसए पहला को घूस लेते पकड़ा, जमकर हुई हाथापाई
सीतापुर
एंटी करप्शन टीम ने एबीएसए को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान टीम के साथ हाथापाई भी हुई। उसने प्रधानाचार्य से 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी।
सीतापुर जिले की कोतवाली महमूदाबाद क्षेत्र के पहला ब्लॉक में तैनात एबीएसए को एंटी करप्शन टीम ने घूस लेते पकड़ा है। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। एबीएसए के विरोध करने पर टीम से जमकर हाथापाई भी हुई है।
पहला ब्लॉक में खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र प्रताप सिंह तैनात हैं। एक प्रधानाचार्य से इन्होंने 15 हजार की रिश्वत मांगी। उसने एंटी करप्शन में शिकायत की।
बुधवार को एबीएसए को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। इस दौरान एबीएसए के विरोध पर टीम के लोगों की जमकर हाथापाई हुई।