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बांदा जिले के नरैनी विकास खंड के खंड शिक्षा अधिकारी रविन्द्र कुमार को एंटी करप्शन टीम ने घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। टीम ए बी एस ए को लेकर नरैनी कोतवाली पहुंच चुकी है। मुकदमा दर्ज हो रहा है। इसके विरुद्ध बड़े पैमाने पर शिक्षकों को परेशान करने उनका उत्पीड़न करने और घूस लेने की शिकायते मिल रही थी.
एंटी करप्शन टीम झांसी इकाई ने ब्लाक क्षेत्र में तैनात सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी को 25 हजार रुपये की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम तत्काल आरोपी को दबोच कर पास ही मौजूद कोतवाली ले आयी। इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
अतर्रा क्षेत्र के बसरेही गांव के जूनियर हाईस्कूल में नियुक्त शिक्षक देशबंधु रुपौलिहा ने बताया कि बीआरसी नरैनी क्षेत्र के एबीएसए रवींद्र कुमार वर्मा से फोन पर हुयी वार्ता के क्रम में बुधवार को शाम लगभग साढ़े 6 बजे अतर्रा से नरैनी रुपये देने आए थे।
यही चौराहे में पहले से घात लगाकर बैठे एंटी करप्शन टीम के सीओ अतुल कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों ने रुपये देते समय एबीएसए रवींद्र कुमार वर्मा को रंगे हाथों पकड़ लिया। एंटीकरप्शन टीम तत्काल आरोपी को दबोच कर पास ही मौजूद कोतवाली ले आयी। झांसी से आयी एंटीकरप्शन की टीम देर शाम कोतवाली में मौजूद रह कर आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। खबर लिखे जाने तक मुकदमा दर्ज नही किया गया है।
उधर, एबीएसए को रंगे हाथों पकड़वाने वाले शिक्षक देशबंधु रुपौलिहा ने बताया कि वर्ष 2022 में एबीएसए ने उनके खिलाफ फर्जी रिपोर्ट लगा कर उन्हें सस्पेंड करा दिया था। उनका सस्पेंसन के समय का एरियर बकाया पड़ा है। इसे निकालने के लिए एबीएसए उनसे 25 हजार रुपये मांग रहे थे। तब उन्होंने एंटी करप्शन टीम झांसी से बात की थी। इस ऑपरेशन के दौरान शिक्षक के कई साथी मौजूद रहे।