महराजगंज। परिषदीय विद्यालयों में मानक से अधिक शिक्षक तैनाती पर विराम लगाने के लिए शासन स्तर पर सरप्लस शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया चल रही थी। इसके लिए मानव संपदा पोर्टल पर लगभग 100 से अधिक सरप्लस शिक्षकों का ब्योरा भी विभाग अपलोड करा चुका था, लेकिन अचानक शासन ने इस प्रक्रिया को नये सिरे से कराने की बात कहकर इसे ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया है।
छात्र-शिक्षक अनुपात बनाए रखने के साथ शिक्षा में सहूलियत के लिए सरप्लस शिक्षकों की सूची विभाग तैयार करवा रहा था। इसके तहत सभी विकासखंड ने मानव संपदा पोर्टल पर 31 जून 2024 की छात्र संख्या फीड कर शिक्षकों की जानकारी भी दर्ज हो रही थी। जिले में 1705 परिषदीय विद्यालय हैं, जिसमें करीब दो लाख 46 हजार से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत 30 बच्चों पर एक शिक्षक, 45 बच्चों पर दो, 60 बच्चों पर तीन तथा 90 बच्चों पर चार शिक्षकों की जरूरत होती है, लेकिन जिले में कहीं बच्चे अधिक हैं तो कहीं शिक्षक कम हैं, कहीं बच्चे कम हैं तो शिक्षक अधिक हैं। 60 स्कूल इसके कारण एकल शिक्षक के भरोसे चल रहे थे। नई व्यवस्था के तहत सरप्लस शिक्षकों का एक विद्यालय से दूसरे में स्थानांतरण किया जाना था। नीति थी कि एक ब्लाॅक से दूसरे ब्लाॅक में समायोजन में कोई भी विद्यालय एकल न रहे, लेकिन शनिवार से इस प्रक्रिया को रोक दिया गया है।
सरप्लस शिक्षकों व बच्चों का डाटा मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड करने का कार्य चल रहा था। इस बीच प्रक्रिया रुकने की सूचना पर कार्य स्थगित कर दिया गया है। अभी शासन से इस मामले में कोई पत्र नहीं मिला है।
-श्रवण गुप्ता, बीएसए