प्रदेश के 67 जिलों में 1174 परीक्षा केंद्रों पर करीब नौ लाख 60 हजार अभ्यर्थी शुक्रवार को सिपाही भर्ती परीक्षा देंगे। इसी साल फरवरी में हुई यह परीक्षा पर्चा लीक होने की वजह से रद्द कर दी गई थी। इसके बाद ही अब पांच चरणों में यह परीक्षा 23 अगस्त से शुरू हो रही है। यही वजह है कि इस बार सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रदेश में 10 हजार से अधिक पुलिस कर्मी सुरक्षा व्यवस्था में लगाए गए हैं। परीक्षा केन्द्रों पर भी अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने परीक्षा से जुड़े कई बिन्दुओं पर पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष डीजी राजीव कृष्ण से परीक्षा को लेकर कई बिन्दुओं पर चर्चा की। सभी जिलों के कप्तानों को सुरक्षा से जुड़े कई निर्देश दिए गए। अब तक की जांच में करीब 20 हजार अभ्यर्थियों के आधार कार्ड संदिग्ध लगे हैं। इन सभी की आईडी का सत्यापन ठीक से कराने के लिये सम्बन्धित परीक्षा केन्द्र के प्रभारियों और वहां पहुंचने वाले अफसरों को बता दिया गया है। डीजी ने परीक्षा केन्द्रों के प्रभारियों को बता दिया है कि परीक्षा खत्म होने से पहले कोई भी अभ्यर्थी व तैनात कर्मचारी बाहर नहीं निकल सकेंगे। अगर कोई जबरदस्ती बाहर निकलने की कोशिश करेगा तो कार्रवाई की जाएगी। हर परीक्षा केन्द्र सीसी कैमरों की नजर में रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुलिस भर्ती में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि किसी ने नौजवानों के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश की तो उसकी संपत्ति कुर्क कर गरीबों में बांट दी जाएगी। ऐसे लोगों की संपत्ति पर बुलडोजर भी चलेगा। मुजफ्फरनगर में वृहद रोजगार मेले में मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले दो वर्षों में दो लाख युवाओं को नौकरी दी जाएगी। इसकी शुरुआत 60 हजार पुलिस भर्ती से हो रही है।