सुलतानपुर जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र गुप्ता द्वारा परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत समस्त शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के पूर्व के एक दिन का रुके वेतन को बहाल किए जाने के निर्देश के बाद शिक्षक संगठनों में चर्चा का विषय बन गया। इस मामले पर जानकारी देते हुए शिक्षक संगठन के मीडिया प्रभारी रणवीर सिंह ने बताया कि पूर्व बीएसए दीपिका चतुर्वेदी की ओर से अव्यवहारिक रूप से दो साल तक
शिक्षकों का पक्ष जाने बिना ही वेतन कटौती, वेतन वृद्धि अवरुद्ध करना, निलम्बित करना उनका अपनी एक इस्टाइल बन गई। जिसको लेकर संगठन वर्तमान बीएसए उपेन्द्र गुप्ता से मिल कर अवगत कराया गया और उसी के क्रम में बीएसए ने शनिवार को यह आदेश निर्गत किया गया है। दरअसल बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेद्र गुप्ता ने जनपद के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत समस्त शिक्षकों, शिक्षामित्रों अनुदेशकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि यदि उनका एक दिवस का वेतन व मानदेय अथवा अग्रिम आदेश तक वेतन, भनदेय अवरूद्ध किया गया है, तो उसके क्रम में अपना साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण 24 अगस्त तक सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय
में उपलब्ध कराएं। जिससे सम्बन्धित वेतन
भुगतान के सम्बन्ध में नियमानुसार अग्रेतर कार्रवाई की जा सके। इस आदेश के जारी होते ही शिक्षकों व शिक्षक संगठनों में हर्ष का माहौल बन गया। इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध् यक्ष राजेंद्र पाण्डेय ने कहा कि पूर्व बीएसए। दीपिका चतुर्वेदी की ओर से अव्यवहारिक रूप
से दो साल से शिक्षकों को परेशान किया जाता
रहा लेकिन अब जा कर वर्तमान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेन्द्र गुप्ता द्वारा शिक्षकों के अवरूद्ध वेतन की बहाली करने के लिए व अन्य से साक्ष्य मांगने के आदेश जारी होने के निर्णय का हमारा संगठन स्वागत करता है।