हैदरगढ़ (बाराबंकी)। हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र में शुक्रवार को एक महिला ने ट्रेन के आगे आकर अपनी जान दे दी। महिला को पटरी पर खड़ा देख ट्रेन के चालक ने ब्रेक लगाई मगर दूरी ज्यादा न होने के कारण ट्रेन महिला को रौंदते हुए चली गई। काफी देर बाद महिला की पहचान हुई। वह शिक्षामित्र थी।
आत्महत्या का कारण जानने के लिए पुलिस छानबीन कर रही है। शुक्रवार को दिन में ग्यारह बजे मालवाहक ट्रेन लखनऊ की ओर जा रही थी। इस दौरान हैदरगढ़ रेलवे स्टेशन से सौ मीटर की दूरी पर नईसड़क मार्ग क्रॉसिंग पर अचानक एक महिला ट्रेन के सामने खड़ी हो गई। यह देख ट्रेन चालक ने तेजी से ब्रेक लगाया लेकिन बहुत कम दूरी होने के कारण महिला ट्रेन की चपेट में आ गई। वहां मौजूद तमाम लोग मृतका की पहचान नहीं कर सके।
आत्महत्या का कारण जानने के लिए पुलिस छानबीन कर रही है। शुक्रवार को दिन में ग्यारह बजे मालवाहक ट्रेन लखनऊ की ओर जा रही थी। इस दौरान हैदरगढ़ रेलवे स्टेशन से सौ मीटर की दूरी पर नईसड़क मार्ग क्रॉसिंग पर अचानक एक महिला ट्रेन के सामने खड़ी हो गई। यह देख ट्रेन चालक ने तेजी से ब्रेक लगाया लेकिन बहुत कम दूरी होने के कारण महिला ट्रेन की चपेट में आ गई। वहां मौजूद तमाम लोग मृतका की पहचान नहीं कर सके।
मृतका के मोबाइल फोन में पड़े दो सिम में कोई नंबर फीड नहीं था। काफी देर बाद मृतका की पहचान कोतवाली क्षेत्र के गांव देवैचा निवासी रामकिशोर सिंह की पत्नी मनोरमा सिंह (35) के रुप में हुई। पति व अन्य परिवारीजनों ने मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त की। परिजनों ने बताया कि मनोरमा ब्लॉक के जासेपुर प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र है।
स्कूल में छुट्टी के बाद घर नहीं पहुंचने पर परिवारीजनों ने स्कूल के प्रधानाचार्य को फोन किया तो उन्होंने वहां से वापस जाने की बात कही। परिजन उसे खोजते हुए आशंका में पहुंचे थे। जीआरपी चौकी इंचार्ज जय प्रकाश ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए लखनऊ भेजा गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।