● मई-जून-जुलाई के बिजली खपत को बनाया हथियार
● कंपनियों को लोड बढ़ाने के लिए नोटिस भेजने का आदेश
लखनऊ। मई,जून व जुलाई की प्रचंड व उमसभरी गर्मी से बचाव के लिए एसी, कूलर और पंखे का प्रयोग कर बिजली की अधिक खपत करने वाले उपभोक्ता अब बिजली विभाग के निशाने पर हैं। इस अवधि में जिन उपभोक्ताओं का बिजली बिल तीनों महीने स्वीकृति भार से अधिक आया है, अब उनके कनेक्शन का भार बढ़ाया जाएगा। ऐसे लाखों उपभोक्ताओं को भार बढ़ाने की नोटिस बिजली महकमा दे रहा है।
पावर कारपोरेशन के निदेशक (वाणिज्य) निधि कुमार नारंग की तरफ से बिजली वितरण कंपनियों को भेजे पत्र में लिखा है कि पिछले तीन महीने से निरंतर स्वीकृत भार से अधिक विद्युत भार उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं की भार वृद्धि के लिए नोटिस वितरित करते हुए भार वृद्धि की कार्यवाही करें।
प्रबंधन ने तीन महीने लगातार स्वीकृत भार से अधिक विद्युत भार उपभोग के नियम के लिए उन तीन महीनों को चुना है, जब गर्मी से बचाव के लिए लगातार पंखा, कूलर, एसी का उपयोग लोग घरों में करते हैं। यदि किसी घरेलू उपभोक्ता का विद्युत भार तीन किलोवाट का है और पिछले तीन महीने की खपत के आधार पर यदि उसके भार को महज एक किलोवाट बढ़ाया जाता है तो उपभोक्ता हर महीने फिक्स चार्ज के रूप में अतिरिक्त 110 रुपये चुकाने को बाध्य हो जाएगा।
अधिक खपत पर यह है नियम: यदि एक किलोवाट अधिक की खपत उपभोक्ता करता है तो उस महीने के बिजली बिल में उपभोक्ता से एक किलोवाट का फिक्स्ड चार्ज 110 रुपये और पेनाल्टी के रूप में 110 रुपये कुल 220 रुपये अतिरिक्त वसूला जाता है।