जिला एवं प्रशिक्षण संस्थान पयागपुर द्वारा कराए गए आकलन में भी विद्यालय को निपुण की श्रेणी मिली।
प्रधानाध्यापक ने नियमित अभिभावक संपर्क, बुलावा टोली, अभिभावक सम्मेलन, ६ वार्षिकोत्सव, बाल संसद का गठन आदि कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई। विद्यालय का परिवेश सुंदर एवं आकर्षक बनाया गया, जिससे विद्यालय में नामांकित बच्चों का ठहराव बढ़ा। इसी के चलते अधिक परिश्रम करके कम समय में विद्यालय को निपुण विद्यालय घोषित किया गया। डीएम और बीएसए की ओर से निपुण होने का प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।