मुरादाबाद। कुंदरकी ब्लॉक के गांव मलकपुर के कंपोजिट विद्यालय में विद्यार्थियों को पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाने के मामले में शिक्षा निदेशक बेसिक सख्त हो गए हैं। उन्होंने बीएसए से जवाब तलब किया है।
कुंदरकी ब्लॉक क्षेत्र के गांव मलकपुर के कंपोजिट विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक बच्चे पढ़ते हैं। विद्यालय में 203 विद्यार्थी पंजीकृत है। स्कूल में प्रभारी अध्यापक समेत 10 शिक्षक-शिक्षिकाएं नियुक्त हैं। विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए छह कक्ष भी बने है, लेकिन सरकार के परिषदीय विद्यालयों को 19 पैरामीटर्स पर संतृप्त करने के आदेश के बावजूद विद्यालय का भवन जर्जर हो चुका है। शिकायत के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
विद्यालय के भवन की छतों से प्लास्टर गिरने लगा है। कई जगह लिंटर में सरिये निकल आए है। कुछ दिन पहले ही कक्षा में एक शिक्षिका कुछ बच्चों को पढ़ा रही थी। इसी दौरान लिंटर से कुछ मलबा नीचे गिर गया। शिक्षिका और बच्चों ने भागकर अपनी जान बचाई। जब प्रभारी प्रधान अध्यापक ने मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की, तब भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसके बाद पेड़ के नीचे बैठाकर बच्चों को पढ़ाया जाने लगा। विद्यार्थियों की इस परेशानी को अमर उजाला में दो अगस्त के अंक में प्रकाशित किया गया था। इस पर शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने मंगलवार को पत्र जारी कर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुरादाबाद से तीन दिन में आख्या भेजने के निर्देश दिए हैं।
– खंड शिक्षा अधिकारी से मामले में जानकारी मांगी थी। कंपोजिट विद्यालय मलकपुर में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से नया स्कूल भवन का निर्माण शुरू कराया गया था। उस पर लिंटर व अन्य निर्माण कार्य क्यों नहीं हो पाया है, इसकी भी संबंधित विभाग से जानकारी मांगी है। – विमलेश कुमार, बीएसए