महोदय,
आपको सादर अवगत कराना है कि देश भर के 01 करोड़ से ज्यादा शिक्षक, कर्मचारी व अधिकारी बाजार आधारित व विसंगतिपूर्ण NPS व्यवस्था के दुष्परिणाम का दस झेल रहे हैं। और सेवानिवृत के बाद इस व्यवस्था में अपने जीवन के गुजर-बसर के लिए परेशान हैं। क्योंकि NPS के तहत जो पेंशन दी जा रही थी, वह पर्याप्त नहीं थी। पूरे देश का युवा शिक्षक, कर्मचारी व अधिकारी लगातार पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहा है। इसी बीच केन्द्र सरकार द्वारा पुरानी पेंशन बहाल न करके UPS की व्यवस्था लाने की घोषणा कर दी गई। जिससे शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारीयों में भारी आक्रोश है क्योंकि UPS में जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार यह व्यवस्था NPS व्यवस्था से भी ज्यादा खराब और बदतर है। क्योंकि इसमें शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों को मिलने वाले बेसिक पे व डीए के वेतन का 10वां भाग सरकार कटौती के नाम पर ले ले रही है। जो उसे कभी वापस नहीं दी जाएगी। पुरानी पेंशन व्यवस्था में पूर्ण पेंशन 20 वर्ष की सेवा पर मिल जाती थी जबकि UPS में उसकी सीमा बढ़ाकर 25 वर्ष कर दी गई है। पुरानी पेंशन व्यवस्था में यदि कोई व्यक्ति स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लेता है तो उसकी पेंशन सेवानिवृत्ति की तिथि से शुरु कर दी जाती थी परन्तु UPS में उसको 60 वर्ष के बाद पेंशन देने की बात कही गई है। इसी तरह UPS में बहुत सारी विसंगतियां हैं। और यह व्यवस्था किसी भी तरह से OPS का स्थान नहीं ले सकती है। जबकि देश का लाखों लाख कर्मचारी पुरानी पेंशन की बहाली के लिए मांग कर रहा है क्योंकि लोक कल्याणकारी राज्य में सामाजिक सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है।
अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि देश के अर्द्धसैनिक बलों सहित करोड़ों शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों की सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हूबहू पुरानी पेंशन बहाल करने की कृपा करें।