प्रयागराज : उत्तर
प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग में गुरुवार को अजब संयोग बना। एक तरफ आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पाण्डेय कार्यभार ग्रहण करने सुबह करीब 11 बजे कार्यालय पहुंचीं। उसी समय बड़ी संख्या में डीएलएड प्रशिक्षित अभ्यर्थी बेसिक शिक्षकों की भर्ती की मांग को लेकर गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। अभ्यर्थियों का धरना पूर्व प्रस्तावित था, जबकि अध्यक्ष के कार्यभार ग्रहण करने का कार्यक्रम एक दिन पहले बना। कार्यभार ग्रहण करने के बाद कार्यालय में वे सदस्यों एवं अधिकारियों के साथ बैठक करती रहीं और बाहर हजारों अभ्यर्थी धरना पर बैठे रहे। बाद में अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल कार्यालय
में अध्यक्ष से मिला।
डीएलएड/बीटीसी, टेट, सीटेट पास हजारों प्रशिक्षुओं ने गुरुवार को आयोग का घेराव किया। डीएलएड प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक तिवारी, डीएलएड/बीटीसी अध्यक्ष विनोद पटेल आदि ने हाई कोर्ट के आदेश के क्रम में 68,500 शिक्षक भर्ती के रिक्त 27,717 पदों तथा सरकार लगाए गए हलफनामे में 51,112 रिक्त पदों को एक साथ जोड़कर बड़ी शिक्षक भर्ती की मांग की। यह
बेसिक शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर आयोग के गेट पर गरजे, अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पाण्डेय ने प्रतिनिधिमंडल से की वार्ता
भी कहा कि बेसिक शिक्षा मंत्री ने रिक्त 17,000 पदों पर विज्ञापन दिए जाने की बात कही थी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई है। रजत सिंह ने कहा कि पिछले छह वर्षों से बेसिक शिक्षकों की भर्ती नहीं आई, जबकि 10 लाख से ज्यादा प्रशिक्षित भर्ती आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
उधर, आयोग में बैठक खत्म होने के बाद अध्यक्ष ने धरना दे रहे अभ्यर्थियों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बुलाया। प्रतिनिधिमंडल से कहा गया कि उनकी बात शासन में पहुंचाई जाएगी। वार्ता में आयोग के उप सचिव शिवजी मालवीय ने स्पष्ट किया कि बेसिक शिक्षक भर्ती का कोई अधियाचन आयोग के पास नहीं है। अधियाचन मिलने के बाद उसके तकनीकी पहलू पर विमर्श कर उसे कैलेंडर में शामिल किया जा सकेगा। भर्ती के लिए अधियाचन मिलने को लेकर शासन से बात चल रही है।