कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुड़े पोर्टल पर समस्याएं पहले से ज्यादा बढ़ गई हैं। ईपीएफओ सदस्य पहले से ही दावा निपटान से लेकर केवाईसी अपडेट करने जैसी दिक्क्तों से जूझ रहे हैं। पहले वे पोर्टल पर जैसे-तैसे लॉगिन कर पा रहे थे लेकिन अब धीमे सर्वर के चलते लॉगिन भी अटक रहा है। पोर्टल के साथ ही उमंग ऐप पर भी यह दिक्कत देखने को मिल रही है।
इसको लेकर लोग सोशल मीडिया के जरिए भी शिकायतें कर रहे हैं। उनका कहना है कि पोर्टल और ऐप के जरिए लॉगिन करने में दिक्कत काफी बढ़ गई है। अगर लॉगिन हो जा रहा है तो उसके बाद निकासी के लिए दावा करने या पासबुक डाउनलोड करने में भी परेशानी हो रही है। सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को हो रही है, जो पुरानी नौकरी छोड़कर नई नौकरी में आए हैं और वो अपनी पुरानी धनराशि को नए खाते में शिफ्ट नहीं करा पा रहे हैं। गौरतलब है कि मौजूदा ईपीएफओ पोर्टल को लेकर कई सारी समस्याएं आ रही हैं। इसको लेकर लोग सोशल मीडिया के जरिए भी लगातार शिकायतें कर रहे हैं। उनका कहना है कि पोर्टल पर एक बार में लॉगिन नहीं होता है। अगर लॉगिन हो भी जाता है तो फिर से केवाईसी अपडेट मांगता है, जबकि केवाईसी अपडेट पहले भी कई बार किया जा चुका है। सबसे ज्यादा शिकायतें सर्वर के धीमा काम करने को लेकर हैं।
ढाई महीने का वक्त लगेगा
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय का भी मानना है कि सर्वर को लेकर काफी समस्याएं हैं, इसलिए नए सॉफ्टवेयर की दिशा में काम चल रहा है लेकिन नए सिस्टम को आने में दो से ढाई महीने का वक्त लगेगा। ऐसे में मौजूदा समय में सामने आ रही पोर्टल से जुड़ी समस्याएं अभी बनी रह सकती हैं।
ईपीएफओ सदस्य घर बैठे टोकन ले सकेंगे
ईपीएफओ कार्यालय में अपनी समस्या के निस्तारण को लेकर सदस्यों को वहां पर जाने के बाद परेशान नहीं होना पड़ेगा। वहां जाकर अपने कार्य के लिए नंबर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे घर भी टोकन प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए देश के सभी क्षेत्रीय ईपीएफओ कार्यालयों में अनुभव केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। इसमें कियोस्क मशीन लगाई जा रही हैं। इसमें सारी जानकारियां भी मिलेंगी। दरअसल, कुछ मामलों में लोगों को पेंशन, पीएफ, केवाईसी, आधार लिंक आदि समस्याओं के लिए कार्यालय आना पड़ता है। यहां अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। नई व्यवस्था में वे घर बैठे मोबाइल से टोकन हासिल कर सकेंगे।