प्रदेश के बेसिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के 54 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार दिए जाएंगे। राज्य सरकार ने बुधवार को इसकी घोषणा कर दी। पुरस्कार पाने वालों में बेसिक के 41 तथा माध्यमिक के 13 शिक्षक शामिल हैं। अलग-अलग मानक के अनुरूप दिए जाने वाले इस पुरस्कार के अंतर्गत शिक्षकों को राज्य अध्यापक और ‘मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार पांच सितम्बर को गोरखपुर के महायोगी गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों को सम्मानित करेंगे।
इन शिक्षकों को मिलेगा ‘राज्य अध्यापक पुरस्कार’
आगरा की प्रियंका गौतम, अलीगढ़ के मूल चंद्र, अमरोहा की रेखा रानी, बहराइच के राजेश कुमार वर्मा, बलिया के राम नारायण यादव, बाराबंकी की दीप शिखा राय, बरेली की सारिका सक्सेना, बस्ती के अजय कुमार पांडेय, भदोही के धीरज सिंह, बिजनौर के मुकेश कुमार, बुलंदशहर के नरेशपाल सिंह, देवरिया के डॉ. आदित्य नारायण गुप्ता, फतेहपुर की मोनिका सिंह, फिरोजाबाद के कमल कांत पालीवाल, गौतमबुद्धनगर की रूसी गुप्ता, गाजीपुर की अर्चिता सिंह, गोंडा के बृजेन्द्र कुमार सिंह, गोरखपुर के यतेंद्र कुमार गुप्ता, हरदोई के राजीव कुमार सिंह, झांसी के विक्रम रुसिया, कानपुर देहात की पारुल निरंजन, कानपुर नगर की आशा कटियार, कौशांबी के डॉ. रामनेवाज सिंह, कुशीनगर के सुनील कुमार त्रिपाठी, लखिमपुर खीरी की संगम वर्मा, ललितपुर के विनय ताम्रकार, लखनऊ की मधु यादव, महराजगंज के भूपेंद्र कुमार सिंह, मेरठ की दीप्ति गुप्ता, मिर्जापुर की नीतू यादव, मुरादाबाद के सचिन शुक्ला, प्रतापगढ़ के रमा शंकर, प्रयागराज की रीनू जायसवाल, सहारनपुर के डा. अन्नू चौधरी, संत कबीर नगर के ज्योति प्रकाश सिंह, शामली के अजय मलिक, सिद्धार्थनगर की अर्चना वर्मा, सोनभद्र की कौशर जहां सिद्दीकी, सुलतानपुर की दिव्या त्रिपाठी तथा वाराणसी के कमलेश कुमार पांडेय के नाम शामिल हैं।
पुरस्कार राशि के रूप में मिलेंगे 25 हजार रुपये
पुरस्कृत होने वाले शिक्षकों को सरकार की तरफ से प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही पुरस्कार राशि के तौर पर उन्हें 25 हजार रुपये भी दिए जाएंगे। पूर्व में पुरस्कार की राशि 10 हजार थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे बढ़ाकर 25 हजार कर दिया। इसके अलावा सम्मानित शिक्षक आजीवन उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बस में प्रदेश भर में प्रतिवर्ष 4000 किलोमीटर की निःशुल्क यात्रा कर सकेंगे।
पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की सीमा 65 वर्ष होगी
सरकार ने राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान पाने वाले शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की सीमा को तीन वर्ष बढ़ाकर 65 साल कर दिया है। इसके साथ ही पहले इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले शिक्षकों को पुरस्कार राशि के तौर 10 हजार रुपये दिए जाते थे, जिसे योगी ने बढ़ाकर 25 हजार रुपये किया। यही नहीं शिक्षक नई तकनीकी से जुड़ सकें इसके लिए मुख्यमंत्री ने पिछले वर्ष शिक्षकों के लिए दो लाख नौ हजार टैबलेट वितरण योजना का शुभारंभ किया था। साथ ही 18 हजार 381 स्मार्ट क्लास और 880 आईसीटी लैब का भी उद्घाटन किया था।