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मेरठ। लोहियानगर में कूड़े के पहाड़ के चलते हवा और पानी दूषित है। वहां से 200 मीटर की दूरी पर पंडित बख्शीदास स्मारक इंटर कॉलेज के 752 छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में है। इस मामले की शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता लोकेश खुराना ने एनजीटी में कर दी है। आरोप है कि नगर निगम की लापरवाही के चलते कॉलेज के विद्यार्थी और शि
क्षक-शिक्षिकाओं के साथ ही आसपास के 12 गांवों के लोग गंदगी के कारण बीमार हो रहे हैं।
एक सप्ताह पहले कॉलेज में प्रार्थना कर डीएम से गुहार लगाई गई थी कि कूड़ा हटवा दिया जाए या उसको कम कर दिया जाए, ताकि दूषित हवा से उनकी जान बच जाए, लेकिन अभी तक राहत नहीं मिली है। कॉलेज में लगे नल से भी दूषित पानी आ रहा है। प्रधानाचार्य देवेंद्र पंवार ने नगर आयुक्त सहित अन्य कई अधिकारियों से शिकायत की, मगर सुनवाई नहीं की गई। अब सामाजिक कार्यकर्ता लोकेश खुराना ने मामले की शिकायत एनजीटी में की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कूड़े की गंदगी के चलते कॉलेज और आसपास के फफूंडा, जाहिदपुर, हफीजपुर, अल्लीपुर, लोहियानगर, कांशीराम योजना कॉलोनी सहित 12 गांव में लोग बीमार पड़ रहे हैं। इसका जिम्मेदार कौन है। स्थानीय पार्षद आशीष चौधरी ने भी निगम की बोर्ड बैठक में कहा था कि कूड़े के कारण जाहिदपुर सहित अन्य गांवों में 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। बहुत लोग बीमार हैं, लेकिन निगम या प्रशासन की नींद नहीं टूटी है।
नवागंतुक नगर आयुक्त को दी जानकारी
पार्षद आशीष चौधरी और साथी पार्षदों ने मंगलवार को नवागंतुक नगर आयुक्त सौरभ गंगवार को भी कूड़े का पहाड़ और इसके दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह हापुड़ रोड पर जाम लगाकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे। पार्षदों ने कहा कि कूड़े का पहाड़ बढ़ता जा रहा है और हापुड़ रोड पर फैलता जा रहा है। इसे लेकर निगम के अधिकारी गंभीर नहीं है। कूड़ा निस्तारण करने के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है। इस पर नगरायुक्त ने समस्या के जल्द समाधान का आश्वासन दिया है।