कंपोजिट विद्यालय नेवारी में तैनात प्रधानाध्यापक शैलेंद्र तिवारी को बीएसए ने बुधवार को निलंबित कर दिया। इन पर आरोप है कि इनकी पिटाई से एक बच्चे की आंख फूट गई। साथ ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जांच में यह भी सामने आया है कि शिक्षक ने पीड़ित छात्र के उपचार का आश्वासन दिया, लेकिन बाद में मुकर गया।
मंझनपुर तहसील के नेवारी कंपोजिट स्कूल में तैनात प्रधानाध्यापक शैलेंद्र तिवारी पर गांव के अयोध्या प्रसाद ने बेटे को डंडे से पीटने का आरोप लगाया था। बताया था कि नौ मार्च को बांस के डंडे से पिटाई के दौरान बेटे की आंख में चोट लग गई थी। चोट इतनी गंभीर थी कि बेटे की आंख की रोशनी चली गई। जबकि सतना के जानकीकुंड में दो बार ऑपरेशन भी कराया गया। अयोध्या प्रसाद का यह भी कहना था कि प्रधानाध्यापक ने चोट लगने के बाद उपचार का खर्च उठाने का भरोसा दिलाया लेकिन बाद में मुकर गए।
बीएसए डॉ. कमलेंद्र कुशवाहा ने बताया कि बच्चे के अभिभावक की शिकायत के बाद प्रकरण की जांच की गई। इसमें प्रधानाध्यापक दोषी मिले। इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। प्रधानाध्यापक पर मुकदमा भी दर्ज है। पुलिस भी जांच कर रही है।