सीतापुर। पत्नी व खुद की कई शिकायतों की जांच शुरू होने से एक सेवानिवृत्त शिक्षक – मंगलवार को बीएसए से उलझ गए। बीएसए कार्यालय में जमकर हंगामा किया। बीएसए से कहा कि तुम्हारे ऐसे कितने बीएसए आए और चले गए। मेरी जांच कराओगे। कर्मचारियों ने मामले को शांत कराया। बीएसए ने शिक्षक के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने केस दर्ज कर कार्यालय से फुटेज लेकर जांच शुरू कर दी है।
खैराबाद के कंपोजिट विद्यालय अकबरपुर खुर्द में प्रधानाध्यापक पद पर सत्य प्रकाश मिश्रा तैनात थे। यह हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं। यह शिक्षक संगठन से भी जुड़े रहे हैं। इस समय इनकी पत्नी इस विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका हैं। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह = ने बताया कि इन पर आरोप है कि यह विद्यालय का फर्नीचर अपने घर उठा ले गए हैं। एमडीएम
की गुणवत्ता बहुत ही खराब है। इसके अलावा कई अन्य शिकायत मिलने पर बीईओ से जांच करवाई जा रही है।
सत्य प्रकाश मिश्रा मंगलवार को बीएसए कार्यालय पहुंचे। सबसे पहले वह डीसी एमडीएम से उलझ गए। डीसी से कहा यह बताओ अगर कोई पिसावां का है तो शिकायत खैराबाद की कैसे कर सकता है। वह जोर-जोर से चिल्लाने लगे। इसके बाद बीएसए ने इन्हें अपने कक्ष में बुलाया तो उनसे भी उलझ गए। बोले आप कैसे जांच करवा रहे हैं। तुम्हारे ऐसे बहुत बीएसए देखे हैं। काफी देर तक शोर मचाते रहे तो बीएसए ने कक्ष से बाहर जाने को कहा। उसके बाद कार्यालय के कर्मचारियों ने इनको
समझाकर बाहर किया। बीएसए ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर बीएसए कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले लिए हैं। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह का कहना है कि इन पर विद्यालय का फर्नीचर गायब करने का आरोप है। इसके वीडियो फुटेज भी मौजूद है। मामले की जांच चल रही है। अगर मामला सही मिलता है तो एफआईआर करवाई जाएगी। सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में तहरीर दी है।
बीएसए की तहरीर पर शिक्षक के खिलाफ सरकारी कार्य में व बाधा डालने व अपमान करने की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। – अनूप कुमार शुक्ला, इंस्पेक्टर, शहर कोतवाली
घर से बनवाया था फर्नीचर पहले मैं प्रधानाध्यापक था। अब मेरी पत्नी है। स्कूल का फर्नीचर मैंने खुद ही अपने पैसे से वहां पर मंगवाकर डलवा दिया था। जब सरकारी फर्नीचर आ गया तो इसे घर उठा ले गया हूं। मेरी आवाज ही तेज है। पत्नी व एक सहायक अध्यापिका के बीच नहीं
बन रही है। इसी वजह से शिकायत हो रही है। सत्यप्रकाश मिश्रा, सेवानिवृत्त शिक्षक