देवरिया, पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति के पदाधाकारियों ने अनुदेशकों की समस्याओं को लेकर शुक्रवार को शिक्षामंत्री को संबोधित आठ सूत्रीय ज्ञापन बीएसए को सौंपा। अनुदेशकों ने समस्याओं के समाधान नहीं होने पर 30 सितम्बर को लखनऊ में आंदोलन की चेतावनी दिया है।
संगठन के जिलाध्यक्ष जय सिंह यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयो और कम्पोजिट विद्यालयो में अंशकालिक अनुदेशक तैनात हैं। जिनकी नियुक्ति शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 में सृजित पद के अनुसार किया गया। अनुदेशकों को विभाग सेवा देते हुए 10 वर्ष का समय पूरा हो गया है इसके बाद भी प्रारम्भिक समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है।
जिला मंत्री रविन्द्र मणि त्रिपाठी ने कहा कि स्वास्थ्य एवम शारीरिक शिक्षा, कला शिक्षा, तथा कार्यानुभव शिक्षा के अनुदेशकों को नियमित आधार पर न्यूनतम वेतनमान सहित बेसिक शिक्षको को मिलने वाली समस्त सुविधाएं प्रदान की जाय। विद्यालय में शिक्षणकार्य कर रहे अन्य विषयगत शिक्षकों के वेतन मान का आधा भुगतान तत्काल से किया जाय।
नामांकित छात्र संख्या 100 से कम होने पर अनुदेशकों को हटाने व स्थानांतरित करने जैसे विधि विरुद्ध आदेश दिनाँक 21 मार्च 2024 के बाध्यकारी प्रस्तर को संसोधित करते हुए समस्त परिषदीय उच्च प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों में ऐच्छिक स्थानातरण प्रक्रिया लागू किया जाए। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय उच्च प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों में कक्षा 6-8 में कला शिक्षा, कंप्यूटर, शिक्षा उद्यान एवम फल संरक्षण विषय की पाठ्य पुस्तके बच्चों को उपलब्ध कराई जाय।
स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा विषय के अनुदेशको की नियुक्ति खेल शिक्षक के रूप में की गयी है, को जनपदो मे ब्लाक व्यायाम शिक्षक और जिला व्यायाम शिक्षक के रूप में नियुक्त किया जाय। शिक्षकों की भांति सवैतनिक चिकित्सकीय अवकाश प्रदान किया जाए। महिला अनुदेशको को सीसीएल की सुविधा प्रदान किया जाए।
समस्त अनुदेशकों को आयुष्मान योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधाओ का लाभ दिया जाए, महिलाओं को अपने ससुराल में स्थानातरण (अंतर्जनपदीय) स्थानांतरण का मौका दिया जाए। गया तो हम सब विवश होकर 30 सितंबर 2024 को लखनऊ में धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी आपकी होगी। समस्त अनुदेशक आपका आजीवन आभारी रहेंगे। समस्याओं के समाधान नहीं होने पर अनुदेशक 30 सितम्बर को लखनऊ में आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
इस दौरान मुकेश राय, सुनील कुमार, दुर्गेश चन्द्र शर्मा, अंशु मणि तिवारी, संजय क़ुमार गौतम, अजीत कुमार आदि मौजूद रहे।