प्रयागराज। प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक महाकुंभ के बाद ही
शिक्षक भर्ती शुरू हो सकेगी। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने अब तक न तो लंबित भर्ती परीक्षाओं पर कोई निर्णय लिया है और न ही आयोग को किसी नई भर्ती के लिए रिक्त पदों का भर्ती प्रस्ताव मिला है। ऐसे में अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए कम से कम छह माह तक इंतजार करना पड़ सकता है।

- 20 मई से 15 जून तक बंद रहेगे परिषदीय विद्यालय
- हर महीने मिड-डे-मील के नमूनों की होगी जांच
- गर्मी की छुट्टियों में बच्चे बनेंगे राम-लक्ष्मण, रामायण से सीखेंगे भारतीय संस्कृति के तत्व
- यूपी में 18 मई तक जबरदस्त गर्मी, दिन झुलसाएंगे, रात भी तपेगी
- पी०एम० पोषण (मध्यान्ह भोजन) योजनान्तर्गत छात्रों को सप्लीमेन्ट्री न्यूट्रिशन के अन्तर्गत माह-मार्च, 2025 में उपलब्ध करायी गयी धनराशि के सापेक्ष उपभोग की सूचना निर्धारित प्रारूप पर उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में।
आयोग के पास दो प्रमुख भर्तियां लंबित हैं। इनमें अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों और अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (टीजीटी) / प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पदों पर भर्ती शामिल है। इन दोनों भर्तियों के विज्ञापन ढाई साल पहले जारी किए गए थे। दो साल पहले आवेदन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है।
टीजीटी-पीजीटी के लिए 13.19 लाख और असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए 1.14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। इन अभ्यर्थियों को भर्ती शुरू होने का इंतजार है।