प्रयागराज, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) 2023 की प्रारंभिक परीक्षा में बड़ा बदलाव किया है। अब प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन और सामान्य हिन्दी (सामान्य शब्द ज्ञान एवं व्याकरण) की अलग-अलग परीक्षा की बजाय तीन घंटे का एक प्रश्नपत्र कराने का फैसला लिया है।
इस संबंध में आयोग के परीक्षा नियंत्रक हर्षदेव पांडेय ने नौ अक्तूबर 2023 के विज्ञापन का शुद्धि पत्र सोमवार को जारी किया। बदले पैटर्न में तीन घंटे के एक प्रश्नपत्र में पहले की तरह ही सामान्य अध्ययन के 140 और सामान्य हिन्दी के 60 प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे। प्रत्येक प्रश्न का सही उत्तर देने पर एक अंक मिलेंगे।
आयोग की ओर से 11 फरवरी को सुबह 930 से 1130 बजे की पहली पाली में सामान्य अध्ययन और 230 से 330 बजे की दूसरी पाली में सामान्य हिन्दी की परीक्षा कराई गई थी। हालांकि परीक्षा के बाद पेपर लीक को लेकर हुए हंगामे के बाद आयोग को परीक्षा निरस्त करनी पड़ गई थी। अब नए सिरे से परीक्षा की तैयारियों में जुटे लोक सेवा आयोग ने दो पालियों की बजाय एक पाली में ही दोनों प्रश्नपत्र की परीक्षा का निर्णय लिया है।
RO/ARO 2023 प्री परीक्षा में अब GS और हिंदी का पेपर अलग अलग ना होकर एक ही पेपर होगा।
प्रश्न 200 (GS: 140Q, Hindi: 60Q)
पूर्णांक: 200
समयावधि: 3 घंटे
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