बहजोई। गांव पीपली में स्थित परिषदीय विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापिका दीपांशी को बीएसए अलका शर्मा ने निलंबित किया है। आरोप है कि उन्होंने फर्जी हस्ताक्षर कर एसएमसी के खाते से धनराशि निकाली और गैरहाजिर रहने की अवधि में उपस्थिति पंजिका में फर्जी हस्ताक्षर कर उपस्थिति दर्ज की।
मामले की शिकायत सहायक अध्यापक ने डीएम डॉ. राजेंद्र पैन्सिया से की थी। जांच के लिए समिति बनाई गई। जांच समिति ने आरोप सही पाए और इसी क्रम में निलंबन की कार्रवाई की गई है।
- एक कस्तूरबा-एक खेल योजना से सिखाएंगे छात्राओं को
- स्मार्ट क्लास में ड्रिंक करती हैं मैम, एसी लगा है, फिर वहीं सो जाती हैं👉 आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप, कहा- विद्यालय परिसर में रहने वाली कई छात्राएं गर्भवती
- Primary ka master: राजकीय माध्यमिक स्कूलों में मानदेय पर रखे जाएंगे शिक्षक
- नौ मीटर चौड़ी सड़क पर भी खोल सकेंगे स्कूल से लेकर डिग्री कॉलेज
- 90 स्कूलों में एक भी नए विद्यार्थी का नहीं हुआ दाखिला, नोटिस
बीएसए ने बताया कि बीते दिनों विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक राहुल गुप्ता ने डीएम को शिकायती पत्र देकर बताया था कि इंचार्ज प्रधानाध्यापिका विद्यालय में अनुपस्थित रहने के बावजूद उपस्थिति पंजिका में फर्जी हस्ताक्षर कर उपस्थिति दर्ज कर देती हैं। एसएमसी खाते से फर्जी तरीके से धनराशि निकाली गई है। आरोप था

कि विद्यार्थियों को एमडीएम भी उपलब्ध नहीं कराया जाता है। फल व दूध का वितरण भी नहीं होता है। विद्यार्थियों के फर्जी नामांकन कर लिए हैं।
शिकायत पर डीएम ने तीन सदस्यीय समिति बनाने के निर्देश
दिए। इसमें डिप्टी कलक्टर निधि पटेल, बीईओ बहजोई एमएल पटेल व डीसी समेकित शिक्षा शैलजा मिश्रा को शामिल किया गया। समिति ने जांच की तो आरोप सही पाए गए। अभिलेखों का रख-रखाव व पेयजल आदि की व्यवस्था ठीक नहीं थी। फर्जी हस्ताक्षर कर विद्यालय प्रबंध समिति के खाते से धनराशि निकालने के प्रमाण भी मिले। इसके अलावा विद्यालय में कई खामियां पाई गईं। इसी क्रम में निलंबित किया गया है।
साथ ही ग्राम पंचायत आनंदपुर के प्राथमिक विद्यालय से संबद्ध किया गया है। साथही अंतिम जांच के लिए रजपुरा के बीईओ पोप सिंह व जुनावई के बीईओ देवेंद्र कुमार सिंह को नामित किया है। अंतिम जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।