जागरण लखनऊ: परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षामित्रों, रसोईयों और अनुदेशकों की समस्याओं के समाधान के लिए शासन गंभीर हो गया है। महिला शिक्षामित्रों को शादी के बाद अपने ससुराल वाले जिले में तैनाती देने पर भी निर्णय लिया जा सकता है। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने इसके लिए आठ अक्टूबर को बैठक बुलाई है।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से विभिन्न संगठनों के दो-दो प्रतिनिधियों को इस बैठक में आमंत्रित करने के लिए शुक्रवार को पत्र जारी कर दिया गया। संगठनों के राज्य स्तरीय अध्यक्ष व महामंत्री इस बैठक में बुलाए गए हैं। स्कूलों में कार्यरत 1.48 लाख शिक्षामित्रों को अभी 10 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जा रहा है और यह लंबे समय से इसे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
- बेसिक शिक्षा परिषद् के नियंत्रणधीन प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक में कार्यरत शिक्षकों के पारस्परिक अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के फलस्वरूप पदोन्नति के सूचना के संबंध में
- अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरित शिक्षको को कार्यमुक्त किये जाने के सम्बन्ध में।
- शैक्षिक सत्र 2025-26 में निःशुल्क यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा तथा स्टेशनरी क्रय से सम्बन्धित धनराशि डी०बी०टी० के माध्यम से सीधे छात्र-छात्राओं के माता/पिता/अभिभावकों के खाते में हस्तांतरित कराये जाने के सम्बन्ध में।
- अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण प्रक्रिया 2024-25 के फलस्वरूप अर्ह पाये गये शिक्षक एवं शिक्षिका को परस्पर उनके कार्यरत विद्यालय हेतु कार्यमुक्त एवं कार्यभार ग्रहण कराए जाने हेतु
- परिषद कार्यालय से मागे गये मार्गदर्शन के सम्बन्ध में निर्धारित प्रारुप पर सूचना उपलब्ध कराये जाने विषयक।