बरेली, यू डायस प्लस पोर्टल के माध्यम से अपार आईडी बनाने के लिए सभी परिषदीय, राजकीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त, सीबीएसई, आईसीएसई और मदरसों में अभियान चलेगा। बीएसए ने स्कूलों को पत्र जारी कर शिक्षक अभिभावक बैठक कर अभिभावकों से आईडी बनाने के लिए सहमति पत्र बनाने का निर्देश दिया है।
- कहीं शिक्षक विहीन तो किसी विद्यालयों में शिक्षकों की भरमार
- Job Alert: देखें किन विभागों में कितने पदों पर निकली नौकरियां
- Primary ka master: प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक का रैंप पर पैर रख कर सोते हुए फोटो वायरल
- सरकारी विभागों में प्रमुख पदों को भरने के लिए लेटरल एंट्री मुद्दे की पड़ताल करेगी संसदीय समिति
- तकनीकी वीडियो📲 परख ऐप पर छात्र सूची गलत दिखाई देने के संबंध में महत्वपूर्ण संदेश
स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों की शैक्षिक प्रगति और उपलब्धि को ट्रैक किए जाने के लिए ऑटोमैटेड परमानेंट अकादमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी बनाने का निर्देश दिया गया है। यू-डायस पोर्टल के माध्यम से ही अपार आईडी सृजित करने की व्यवस्था बनाई गई है। छात्रों का नाम, पता, आयु, जन्म तिथि, लिंग और फोटो आदि की एंट्री करने के बाद केंद्र सरकार सभी छात्रों के लिए 12 अंकों का एक यूनिक नंबर जारी करेगा। इसकी सहायता से भविष्य में छात्रों को ट्रैक किया जा सकेगा। इसके साथ ही यह डेटा शैक्षिक संस्थानों और भर्ती एजेंसियों से जुड़ी संस्थाओं को भी उपलब्ध कराया जा सकता है। बीएसए संजय सिंह ने सभी स्कूलों को एक विशेष शिक्षक अभिभावक बैठक करने का निर्देश दिया है। इस बैठक में सभी अभिभावकों से अपार आईडी बनाने के विषय में सहमति पत्र लिए जाएंगे। सहमति पत्र में अभिभावकों की फोटो भी चस्पा की जाएगी। इसकी मदद से छात्रों को डिजीलॉकर भी खाता खोला जाएगा।