सुल्तानपुर। पुरानी पेंशन की मांग पर अड़े शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। सरकार उन शिक्षकों को पुरानी पेंशन देने जा रही है, जिनकी नियुक्ति के विज्ञापन का प्रकाशन राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) लागू होने की अधिसूचना से पहले हो चुका था। इस योजना के दायरे में जिले के 575 परिषदीय शिक्षक आ रहे हैं।
राष्ट्रीय पेंशन योजना लागू करने की अधिसूचना 28 मार्च 2005 को हुआ था। अधिसूचना के जारी होने से पहले कुछ नियुक्तियों के विज्ञापन हो चुके थे, लेकिन भर्ती पूरी नहीं हो सकी थी। ऐसे लोग लंबे समय से ओपीएस की मांग कर रहे थे। तर्क था कि एनपीएस लागू करने की अधिसूचना के पहले उनकी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। इस लिए वे पुरानी पेंशन के हकदार हैं।
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काफी विरोध के बाद आखिरकार राज्य सरकार ने 28 जून 2024 को शासनादेश जारी किया। ऐसी नियुक्ति पाने वालों को पुरानी पेंशन योजना का आवेदन करने को कहा। शासनादेश के दायरे में आ रहे जिले के 575 परिषदीय शिक्षकों ने पुरानी पेंशन योजना के तहत आवेदन किया है।
देरी पर शिक्षा निदेशक खफा, मांगा ब्योरा
ओपीएस के लिए आवेदन करने के बाद भी शिक्षकों की फाइलों को कार्यालय में लटकाए रखा गया। फाइलें जांच के लिए वित्त एवं लेखाधिकारी के पास पहुंची हैं। देरी पर 28 अक्तूबर को शिक्षा निदेशक बेसिक ने एक आदेश जारी कर बीएसए से रिपोर्ट तलब की है।
575 शिक्षकों के आवेदन मिले जिले में अभी तक ओपीएस के लिए 575 शिक्षकों के आवेदन मिले हैं। फाइलों को जांच के लिए वित्त एवं लेखाधिकारी के पास भेजा गया है। जांच पूरी होने के बाद उसे निदेशालय भेजा जाएगा।
-उपेंद्र गुप्ता, बेसिक शिक्षा अधिकारी सुल्तानपुर।