अलीगढ़। पश्चिमी यूपी के विभिन्न जिलों में ग्रामीण डाक सेवक पद पर फर्जी मार्कशीटों के सहारे भर्ती हो रही थी। इस रैकेट का एसटीएफ मेरठ यूनिट ने सोमवार रात भंडाफोड़ करते हुए रैकेट के सरगना सहित 13 लोग अलीगढ़ से गिरफ्तार किए हैं। यह रैकेट डाक विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा था। एक आवेदक से पांच-पांच लाख रुपये नौकरी के नाम पर लिए जा रहे थे।
भमोला इलाके से गिरफ्तारी के बाद सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज कराया गया। जिसमें फरार डाक विभाग के अधिकारियों की तलाश जारी है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में डाक विभाग के कर्मचारी सहित कुछ रैकेट के कुछ सदस्य व अभ्यर्थी शामिल हैं, जिन्हें जेल भेजा गया है।
पश्चिमी यूपी के अलग-अलग जिलों में डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक पद पर भर्ती में फर्जीवाड़े का इनपुट मिल रहा था। इस इनपुट पर एसटीएफ को लगाया गया। सूचना के आधार पर सोमवार रात एसटीएफ मेरठ यूनिट के इंस्पेक्टर सुनील कुमार की अगुवाई में एसटीएफ व सिविल लाइंस थाने की संयुक्त टीम ने भमोला पुल के नीचे तीन गाड़ियों को घेर लिया। ये किसी के आने का इंतजार कर रहे थे। तभी इन सभी को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान पूछताछ में सभी की पहचान हुई तो अमरोहा निवासी सरगना साजिद अली ने स्वीकारा कि वे ग्रामीण डाक सेवक पद पर चार से पांच लाख रुपये लेकर भर्ती कराते हैं। आवेदकों के फर्जी अंक पत्र सुभारती विवि, राजस्थान विद्यापीठ व बिहार शिक्षा बोर्ड पटना आदि के तैयार करते हैं।