मुरादाबाद। बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) के कार्यकाल की अवधि विस्तारित किए जाने के शासन ने निर्देश दिए गए हैं। यह आदेश निपुण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिया गया है।

- Primary ka master: प्रधानाध्यापिका की भावुक विदाई: ‘अपनी टीचर को कभी भूल नहीं पाएंगे’, आंखों में आंसू लेकर बच्चों ने कहा अलविदा
- दो दिन बाद नहर में बहता मिला गायब शिक्षक का शव, मचा कोहराम
- इस राज्य में बच्चों की संख्या बढ़ाने पर शिक्षक को मिलेगा स्वर्ण पदक
- Share Bazaar में 2 अप्रैल को मचेगा तांडव ! आई बड़ी खबर |
- ऑपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत प्रदेश के ग्रामीण एवं नगरीय/शहरी क्षेत्र में अवस्थित समस्त परिषदीय विद्यालयों को मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं के मूल्यांकन के सम्बन्ध में।
मुरादाबाद जनपद में 1408 परिषदीय विद्यालयों में लगभग 40 एआरपी कार्य कर रहे हैं। बताया जाता है कि इनका कार्यकाल 31 मार्च 2024 को पूरा हो गया था। प्रमुख सचिव द्वारा महानिदेशक स्कूल शिक्षा को भेजे पत्र के अनुसार समग्र शिक्षा के अंतर्गत स्थापित न्याय पंचायत संसाधन केंद्रों एवं ब्लॉक संसाधन केंद्रों के पुनर्गठन के लिए जारी किए शासनादेश के तहत अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) के कार्यकाल की अवधि मार्च 2025 तक विस्तारित की जाती है।
ताकि इनके द्वारा विकास खंड के 10 विद्यालयों को निपुण विद्यालय के रूप में विकसित किए जाने का लक्ष्य सुनियोजित ढंग से प्राप्त किया जा सके। 31 मार्च 2025 को जिन एआरपी का कार्यकाल तीन वर्ष या इससे अधिक हो जाएगा, उन एआरपी का कार्यकाल स्वतः समाप्त हो जाएगा। इसके साथ ही एआरपी चयन के लिए दोबारा चयन प्रक्रिया की जाएगी। एआरपी के रूप में अधिकतम तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद कोई भी एआरपी इस पद पर चयन के लिए अर्ह नहीं होंगे। जिले के 48 विद्यालय ही निपुण हो पाए हैं। अभी 1360 स्कूल बाकी हैं।