प्रतापगढ़। अब यदि अभिभावक ने अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनवाया है तो संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को यह काम करना होगा।
क्योंकि, अब सभी बच्चों की यूनिक आईडी में जन्म प्रमाण पत्र व आधार कार्ड नंबर अपलोड करना है। शिक्षा निदेशक बेसिक प्रताप सिंह बघेल ने इस संबंध में बीएसए को पत्र भेजकर निर्देश दिए हैं।
- Primary ka master: शिक्षकों के फर्जी हस्ताक्षर से निकाले पैसे, 4 लाख रुपये का गबन
- Primary ka master: स्कूल की एक घंटा पहले छुट्टी कर बच्चों को भेजा घर, SDM ने लगाई फटकार
- Primary ka master: कक्षा एक व दो के लिए दक्षता मापदंड निर्धारित
- Primary ka master: 226 शिक्षक और कर्मचारी मिले अनुपस्थित, रोका वेतन
- Basic Shiksha: इंटरमीडिएट भी नहीं था पास, फर्जीवाड़ा कर शिक्षक बना था युवक
- Basic Shiksha: शिक्षकों के वेतन हेतु ग्रांट जारी
- चंदौली : वर्ष 2024-25 में परिषदीय प्राथमिक विद्यालय / उच्च प्राथमिक विद्यालय / कम्पोजिट विद्यालयों में कम्पोजिट स्कूल ग्राण्ट हेतु बजट आवंटन के सम्बन्ध में।
- चंदौली : डी०एल०एड० प्रशिक्षुओं के माध्यम से निपुण आकलन कराये जाने के सम्बन्ध में
- प्रेरणा पोर्टल पर अध्यापक की लॉग इन से स्टूडेंट के एग्जाम का डाटा भरने हेतु यूजर मैन्युअल , देखें
- NAT and PARAKH App issue FAQs : NAT आकलन से संचालन में आ रही तकनीकी समस्याओं के निम्न FAQs बनाये गए, देखें और समस्याओं का समाधान करें 👇
जिले में संचालित सभी परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों की यूनिक आईडी को अनिवार्य कर दिया गया है। पोर्टल पर प्रधानाध्यापक यूनिक आईडी के लिए जन्म प्रमाण पत्र व आधार कार्ड नंबर अपलोड करेंगे। जिन बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र नहीं होगा, उनका प्रमाण पत्र
प्रधानाध्यापक बनवाएंगे।
परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के आधार लिंक खाते में ही उनके लिए ड्रेस, बैग, जूते मोजे के लिए धनराशि भेजी जाती है। यूनिक आईडी में आधार व जन्म प्रमाण पत्र अपलोड न होने के कारण कई बच्चों के खाते में धनराशि नहीं भेजी जा पा रही है।
बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षा निदेशक का पत्र मिला है। खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। सभी बच्चों की यूनिक आईडी बनेगी, ताकि उनके खाते में रुपये भेजे जा सकें।