लखनऊ। सरकार बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों के सेवा संबंधी सभी विवरणों को पूरी तरह से अपडेट करने जा रही है ताकि अगले शिक्षण सत्र से इनकी शिकायतें व समस्याओं का निराकरण ऑनलाइन और समयबद्ध तरीके से शीघ्र हो सके। इससे पूर्व सरकार दोनों संवर्गों की पूर्व की सेवा संबंधी शिकायतें एवं समस्याओं का हल करना चाहती है। लिहाजा सरकार ने इस महीने के अन्त तक शिकायतों एवं समस्याओं का निपटारा करने का लक्ष्य रखा है। अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए सरकार की ओर से इस महीने इसके लिए बकायदा प्रदेशव्यापी अभियान चलाने का निर्णय किया गया है। जिससे कैडर, स्पाउस अर्नस कोड, स्पेशल कटेगरी एवं हेल्थ स्टेटस आदि से जुड़ी शिकायतों व समस्याओं का निराकरण कर मानव संपदा पोर्टल को अपडेट कर दिया जाएगा।
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इस संबंध में शासन की ओर से जिले से लेकर मुख्यालय स्तर तक के सभी अधिकारियों के नाम सर्कुलर जारी किया गया है। मुख्यालय स्तर पर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक एवं बेसिक), अपर निदेशक, संयुक्त निदेशक (मंडलीय एवं मुख्यालय)मंडलीय उपशिक्षा निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे गए सर्कुलर में कहा गया है कि मानव संपदा पोर्टल पर ई-करेक्सन रोल पहले 15 अक्तूबर तक के लिए सक्रिय कर दिया गया था लेकिन अब इसे बढ़ाकर इस माह के अन्तिम तिथि या उस दिन अवकाश होने की दशा में उससे पूर्व के कार्य दिवस तक सक्रिय कर दिया गया है। लिहाजा जिन अधिकारियों, शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मियों के सेवा विवरण संशोधित अथवा अपडेट नहीं हो सके हैं, वह तय समय सीमा के भीतर अनिवार्य रूप से संशोधित या अपडेट करा लें। इसमें विलम्ब होने या कार्य पूरा नहीं कराए जाने के लिए सभी जिम्मेदार माने जाएंगे।
एक क्लिक में मिले सारा विवरण
सरकार की मंशा है कि विभाग से जुड़े अधिकारियों से लेकर शिक्षा एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों की सेवा संबंधी किसी भी प्रकार की जानकारी उसे एक क्लिक पर उपलब्ध हो जाए। इसके लिए सरकार ने दो वर्ष पूर्व मानव संपंदा पोर्ट की शुरुआत की थी लेकिन 65 फीसदी से अधिक कर्मियों की जानकारी इस पोर्टल पर अब तक अपडेट नहीं है। सरकार की मंशा यह भी है कि नए शिक्षण सत्र से किसी भी प्रकार की सेवा संबंधी शिकायतों व समस्याओं का शीघ्र से शीघ्र पारदर्शी तरीके से निपटारा हो। लिहाजा इस महीने सभी शिकायतें अथवा समस्याओं के अपलोड होने के बाद उन्हें नए शिक्षण सत्र से पूर्व निपटारा किया जा सके।
इस तरह के मामले हैं सबसे अधिक लम्बित
सेवा विवरण पुस्तिका अपडेट नहीं होना, कैडर रिव्यू, सब्जेक्ट मैपिंग, स्पाउस अर्नस कोड, हेल्थ स्टेटस (क्रिटिकल इल सेल्फ, एवं क्रिटिकली इल डिपेन्डेंट), स्पेशल कैटेगरी (फिजिकल डिसेबल, डिपेन्डेबल ऑफ फ्रीडम फाइटर एवं एक्स सर्विसमैन) आदि।