लखनऊ। प्रदेश में संस्कृत की पढ़ाई को बढ़ावा देने के क्रम में प्रदेश सरकार की ओर से 16 नए राजकीय संस्कृत विद्यालयों को स्वीकृति दी गई है। इनके भवन निर्माण के लिए शासन की ओर से 17 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। जल्द ही इनका निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा, ताकि नए सत्र में यहां पढ़ाई शुरू हो सके।
- वित्तीय वर्ष 2024-25 में बेसिक शिक्षा निदेशालय द्वारा नियुक्त शिक्षामित्रों के मानदेय भुगतान हेतु आवंटित धनराशि का उपभोग प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में।
- संविधान दिवस 26 नवम्बर, 2024 को स्वतंत्रता के अमृत काल के अवसर पर प्रदेश के समस्त प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में वर्ष पर्यन्त विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाने के सम्बन्ध में।
- 25 बेसिस पॉइंट घटने पर कितनी ईएमआई?
- निपुण विद्यालय आकलन हेतु डी०एल०एड० प्रशिक्षुओं के अभिमुखीकरण के सम्बन्ध में यूट्यूब सेशन 10 को
- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में आरक्षण की सूचना के सम्बन्ध में।
अभी प्रदेश में मात्र दो राजकीय संस्कृत विद्यालय हैं। इसी क्रम में प्रदेश सरकार ने पांच धार्मिक शहरों नैमिषारण्य (सीतापुर), प्रयागराज, अयोध्या, मथुरा व चित्रकूट में नए आवासीय राजकीय संस्कृत विद्यालय खोलने को मंजूरी दी थी। यहां पर 100-100 बेड के छात्रावास भी होंगे। इनके अतिरिक्त वाराणसी, रायबरेली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, जालौन, अमेठी, मुरादाबाद, एटा व हरदोई में भी राजकीय संस्कृत विद्यालय खोलने को हरी झंडी दी गई है।