लखनऊ : परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक
स्कूलों में शिक्षकों के लिए योग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। विद्यालयों में योग को बढ़ावा देने के लिए पांच नवंबर को जिला स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। प्रत्येक जिले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एक महिला व एक पुरुष शिक्षक को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित किया जाएगा। वहीं हर जिले से पांच महिला व छह पुरुष शिक्षकों को अगले वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। यह शिक्षक स्कूलों में छात्रों को तनावमुक्त व स्वस्थ बनाने के लिए योग कराएंगे। योग में दक्ष शिक्षकों की प्रदेश भर में पौध तैयार करने के लिए यह पहल की गई है।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक गणेश कुमार की ओर से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक जिले में 200 अंकों की योग प्रतियोगिता कराई जाए। महिला व पुरुष योगाचार्यों की मदद से
शिक्षकों का मूल्यांकन किया जाए। शिक्षक त्रिकोणासन, हलासन, गौमुख आसान व पूर्ण चक्रासन आदि योगासन करेंगे। खड़े होकर, बैठकर व लेटकर किए जाने वाले योग उनसे कराए जाएंगे और फिर सर्वश्रेष्ठ शिक्षक लिए राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के चयनित होंगे।
राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के लिए प्रत्येक जिले को शिक्षकों के नाम 15 नवंबर तक एससीईआरटी को भेजने होंगे। योग में बेहतर प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों की प्रतिभा सभी के सामने लाने के लिए यह पहल की जा रही है। यह शिक्षक अपने विद्यालय के साथ-साथ आसपास के विद्यालयों के शिक्षकों को योगासन में दक्ष करेंगे। पढ़ाई में छात्रों की एकाग्रता बढ़े और वह तनावमुक्त होकर शिक्षा ले सकें इसके लिए छात्रों को नियमित योग कराया जाएगा। परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में करीब 4.50 लाख शिक्षक हैं और इसमें से तमाम योग में दक्ष हैं।