उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडेय गुट) ने शिक्षा सेवा आयोग के गठन के बाद भी नियमानुसार, 50 फीसदी पदोन्नति कोटे में शिक्षकों की पदोन्नतियां नहीं होने पर असंतोष व्यक्त किया है। संगठन के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि पदोन्नति बाधित होने के कारण रिक्त पदों पर कार्य करने वाले शिक्षक बिना अनुमोदन व वेतन मिले काम करने पर मजबूर हैं। इसके अलावा कार्यरत् संस्था प्रधान अध्यापकों का भी अनुमोदन एवं वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है।
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इस प्रकार से उन्हें बिना अनुमोदन एवं वेतन के नियमित संस्था प्रधान अध्यापकों के ही समान सभी दायित्व का निर्वहन करना पड़ रहा है यह उनके साथ अत्यंत ही घोर अन्याय तो है ही साथ ही समान कार्य के लिए समान वेतन के सामान्य सिंद्धांतो एवं अधिकारों का भी खुला उल्लंघन है।