बहराइच। गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की फंडिंग की जांच एटीएस करेगी। निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण जे रीभा ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी है। एटीएस जल्द ही जांच शुरू कर सकती है।
विभाग भी जांच टीम का पूरा सहयोग करने की तैयारी में जुटा है। विभाग के मुताबिक, जिले में 495 मदरसे बिना मान्यता के चल रहे हैं। वहीं, 301 मदरसे मान्यता प्राप्त हैं।
नेपाल से सटे जिले में बड़े स्तर पर मदरसों का संचालन हो रहा है। इनमें हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। मरदसों की फंडिंग पर हमेशा सवाल उठते रहते हैं। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने बिना मान्यता चल रहे मदरसों की फंडिंग की जांच एटीएस से कराने का निर्णय लिया है।
जिले में बिना मान्यता प्राप्त मदरसों की संख्या काफी ज्यादा है। जांच में इन्हें फंड देने वालों के नाम सामने आएंगे। बता दें कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में करीब 4000 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे हैं। इनमें 495 अकेले बहराइच में चल रहे हैं
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चीन, पाकिस्तान से फंडिंग की आशंका जिले में नेपाल की खुली सीमा करीब 110 किलोमीटर लंबी है।
ऐसे में यहां सीमावर्ती क्षेत्र में बिना मान्यता के चलने वाले मदरसों की संख्या काफी ज्यादा है। यहां बीते दिनों ऐसे मामले भी सामने आए थे, जिनमें नेपाल से लेकर चीन व पाकिस्तान तक से फंडिंग की बात बताई गई थी। हालांकि, जांच एजेंसियों ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की थी। अब एटीएस के स्तर से होने वाली जांच में बड़ा खुलासा होने की संभावना है। इसके बाद बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
जांच टीम का करेंगे सहयोग
जिले में करीब 495 मदरसे बिना मान्यता संचालित हो रहे हैं। वहीं, 301 मदरसे मान्यता प्राप्त हैं। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। अब बिना मान्यता प्राप्त मदरसों की फंडिंग की जांच एटीएस करेगी। विभाग स्तर से जांच टीम का पूरा
सहयोग किया जाएगा। – संजय मिश्रा, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी