लखनऊ। प्रदेश लोकसेवा आयोग भर्ती परीक्षाओं को और फुलप्रूफ बनाने के लिए चार सेटों में पेपर छपवाने की योजना पर काम कर रहा है। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग अधिनियम में संशोधन करेगा। इसके लिए अध्यादेश लाने की तैयारी है। कैबिनेट से जल्द ही प्रस्ताव पास कराने की तैयारी है। इससे हाल में कराई जाने वाली परीक्षाएं टल सकती हैं। राज्य सरकार ने पदवार भर्तियों के लिए अलग-अलग आयोग और बोर्ड बना रखा है। समूह ‘ग’ तक के पदों पर भर्ती का अधिकार उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को दिया गया है। समूह ‘क’ व ‘ख’ के पदों पर भर्ती का अधिकार उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पास है। लोकसेवा आयोग द्वारा फरवरी 2024 में आयोजित कराई गई सहायक समीक्षा अधिकारी और समीक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा पर्चा लीक होने के बाद रद्द की जा चुकी है।
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- डीएलएड. द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा अब मार्च माह के तीसरे सप्ताह में संपन्न होगी💥💯✅
- निरीक्षण में नौ हेडमास्टर सहित 71 अनुपस्थित मिले
- 30 सहायक अध्यापक मिले अनुपस्थित दो शिक्षामित्रों की सेवा समाप्त की गई
- आरटीई से 1800 बच्चों को प्रवेश
- एक करोड़ रुपये तक की प्रापर्टी पर महिलाओं को मिलेगी स्टांप छूट
राज्य सरकार भर्ती परीक्षाओं को लेकर गंभीर है। वह चाहती है कि भर्ती परीक्षाओं में सेंधमारी रोकी जाए। लोकसेवा आयोग ने मुख्य सचिव के समक्ष भर्ती परीक्षाओं को लेकर प्रस्तुतीकरण किया था। इसमें तीन सेटों के स्थान पर चार सेटों में पेपर तैयार करने का सुझाव दिया गया था। इसके साथ ही निजी संस्थाओं के स्थान पर सरकारी प्रिंटिंग प्रेस से प्रश्नपत्र छपवाने पर भी चर्चा हुई।
सूत्रों का कहना है कि मुख्य सचिव के समक्ष प्रस्तुतीकरण के बाद उच्चस्तर पर इसको लेकर सहमति बन गई है। इसके आधार पर अब लोकसेवा आयोग की सभी भर्ती परीक्षाओं के लिए चार सेटों में प्रश्नपत्र तैयार होंगे। परीक्षा में इसे रेंडम के आधार पर बांटा जाएगा। लोकसेवा आयोग का तर्क है कि प्रश्नपत्र किस सेट का बांटा जाएगा इसकी जानकारी किसी को नहीं होगी। रेंडम आधार पर तय होने के बाद लीक होने की संभावना काफी हद तक समाप्त हो जाएगी।