लखनऊ, सरकार अब बिना मान्यता या सेवानिवृत पदाधिकारियों वाले शिक्षक संगठनों से न कोई बात करेगी और न ही उनके किसी ज्ञापनों पर विचार ही करेगी। अलबत्ता मान्यता प्राप्त संगठनों के साथ नियमित बैठक कर शिक्षकों की समस्याओं का समबद्ध निबटारा करने पर ध्यान केन्द्रित करेगी।
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- डीएलएड. द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा अब मार्च माह के तीसरे सप्ताह में संपन्न होगी💥💯✅
- निरीक्षण में नौ हेडमास्टर सहित 71 अनुपस्थित मिले
- 30 सहायक अध्यापक मिले अनुपस्थित दो शिक्षामित्रों की सेवा समाप्त की गई
- आरटीई से 1800 बच्चों को प्रवेश
- एक करोड़ रुपये तक की प्रापर्टी पर महिलाओं को मिलेगी स्टांप छूट
प्रदेश में शिक्षक संगठनों की बढ़ती बाढ़ एवं सीएम पोर्टल आईजीआरएस पर लगातार दर्ज हो रही शिकायतों के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग ने यह निर्णय किया है। विभाग ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी करने के साथ मुख्यमंत्री सचिवालय एवं नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग को भी पत्र भेजा है। कुछ महीनों के दौरान विभिन्न शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर संगठनों की ओर से सीधे मुख्यमंत्री पोर्टल पर अनाप-शनाप शिकायतें दर्ज कराई जा रही है। जिस पर मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से विभाग से रिपोर्ट तलब की गई । विभागीय जांचों में ज्यादातर शिकायत करने वाले फर्जी संगठन एवं फर्जी लेटरपैड का इस्तेमाल करने वाले पाए गए जबकि कुछ शिकायतें व्यक्तिगत स्वार्थ से जुड़ी पाई गई।