लखनऊ, । सरकार ने माध्यमिक शिक्षा परिषद के हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षाओं में परीक्षा केन्द्र एवं मूल्याकन समेत संकलन केन्द्रों पर कार्य करने वाले प्रधानाचार्यों और शिक्षकों तथा तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के पारिश्रमिक दरों में वृद्धि कर दी है। इस संबंध में 29 अक्तूबर को विशेष सचिव आलोक कुमार ने आदेश भी जारी कर दिया है। पुनरीक्षित दरें 2025-26 से लागू होंगी।
- नवीन माड्यूल अंगीकृत किए जाने के संबंध में
- NAT परीक्षा सकुशल एवं शुचिता पूर्ण सम्पन्न कराये जाने के सम्बन्ध में निर्देश।
- NAT Revised Date Order 2024 : निपुण एसेसमेण्ट टेस्ट (NAT-2024) के आयोजन के सम्बन्ध में।
- Primary ka master: बेसिक स्कूलों के प्रगति पत्र का नया प्रारूप
- प्रदेश के गैर अनुदानित विद्यालयों को छोड़कर समस्त विद्यालयों में विद्यालय प्रबन्ध समिति (SMC) के गठन के सम्बन्ध में।
आदेश के तहत परीक्षा केंद्र संबंधी व्यय जो केंद्र व्यवस्थापकों के लिए है जो वर्तमान में प्रति पाली 80 रुपये या प्रतिदिन 160 रुपये निर्धारित है, उसे बढ़ाकर प्रति पाली 100 रुपये तथा प्रतिदिन 200 रुपये कर दिया गया है। इसी प्रकार से अतिरिक्त केन्द्र व्यवस्थापकों के 53 रुपये प्रति पाली से बढ़ाकर 60 रुपये तथा प्रतिदिन 106 रुपये को बढ़ाकर 120 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है। कक्ष निरीक्षक के पारिश्रमिक प्रतिदिन 96 रुपये को अब 100 रुपये कर दिया गया है। लिपिकों के प्रति पाली 33 रुपये 40 रुपये तथा बण्डल वाहक के प्रति पाली 16 रुपये को 20 रुपये प्रतिपाली कर दिया गया है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रतिपाली 26.50 रुपये को बढ़ाकर 30 रुपये प्रतिपाली कर दिया गया है।
संकलन केन्द्र मुख्य नियंत्रक को प्रतिदिन 67 रुपये की जगह अब 75 रुपये तथा उपनियंत्रक का प्रतिदिन 53 रुपये से बढ़ाकर 60 रूपये कर दिया गया है।
इसके अतिरिक्त सह उपनियंत्रक की पारिश्रमिक प्रतिदिन 48 रुपये से बढ़ाकर 55 रुपये तथा कोठारी का पारिश्रमिक 44 रुपये प्रतिदिन की जगह 50 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है। तृतीय श्रेणी कर्मचारियों के पारिश्रमिक 30 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 40 रुपये प्रतिदिन तथा चतुर्थ श्रेणी कर्चारियों को 14 रुपये प्रतिदिन की जगह 20 रुपये प्रतिदिन दिए जाएंगे।
इसी प्रकार से मूल्यांकन केन्द्र मुख्य नियंत्रक एवं उप नियंत्रक को प्राप्त होने वाले प्रति परीक्षक छह रुपये से बढ़ाकर आठ रुपये कर दिया गया है जबकि सह उपनियंत्राक प्रति परीक्षक पांच रुपये की जगह अब सात रुपये मिलेंगे। जलपान व्यय को 20 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 25 रुपये तथा कक्ष नियंत्रक के पारिश्रमिक को 60 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 75 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है।