कानपुर, । जाजमऊ स्थित पोखरपुर फार्म वाली गली में बन्द पड़े मदरसे में एक बच्चे का कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया। कंकाल पर कपड़े भी मिले हैं। देखने से किसी बच्चे का प्रतीत हो रहा है। सूचना मिलने पर एडीसीपी पूर्वी, एसीपी कैंट ने जांच पड़ताल की। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य संकलन किया।
बेकनगंज निवासी शब्बीर अहमद का जाजमऊ के पोखरपुर फार्म वाली गली में करीब 100 वर्ग गज का मकान है। इसमें शब्बीर के दामाद नई सड़क निवासी परवेज अख्तर दस वर्ष पहले मदरसा संचालित करते थे। नाम मदरसा कदरिया उलूम था। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि कोरोना काल में करीब चार साल पहले मदरसा बन्द हो गया था। उस समय यहां पर करीब 60 से 70 बच्चे पढ़ते थे। दो साल पहले संचालक परवेज अख्तर की भी कैंसर से मौत हो गयी थी। परवेज के बेटे हमजा ने बताया कि डेढ़ साल पहले गेट पर लगा ताला टूटने की सूचना पर आये थे।
जिसे बदलकर वे बाहर से ही चले गए थे। उन्होंने अंदर जाकर नही देखा था। हमजा ने बताया की बुधवार दोपहर करीब 12 बजे केडीए निवासी उनके ममेरा भाई अनस निकला तो उसने फिर ताला टूटा देखा। अंदर जाकर देखा तो कमरे में बच्चे का कंकाल पड़ा मिला। पुलिस को सूचना दी गयी। मौके पर एडीसीपी पूर्वी राजेश कुमार श्रीवास्तव, एसीपी कैंट अजय त्रिवेदी समेत फोरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल कर साक्ष्य जुटाए। एडीसीपी पूर्वी ने बताया कि जानकारी करने पर पता चला कि मदरसा संचालित होने की पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं थी। इसका रजिस्ट्रेशन था या नहीं इसकी जांच कराई जाएगी। कंकाल बच्चे या बच्ची का है यह भी अभी स्पष्ट नहीं है। कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कंकाल के अवशेष जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।
चार साल से बंद मदरसे के ब्लैक बोर्ड पर लिखी थी मई 2023 की तारीख क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक मदरसा चार साल से बंद था। संचालक के बेटे हमजा के मुताबिक जब वह कंकाल मिलने की सूचना पर पहुंचे तो कमरे में लगे ब्लैक बोर्ड पर 20 मई 2023 की तारीख और एबीसीडी लिखा था। कमरे में मौजूद बेंच और कुर्सियों में धूल जमा थी। ब्लैक बोर्ड पर मई 2023 की तारीख लिखी होने मदरसे के खुले या बंद होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एडीसीपी पूर्वी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि ब्लैक बोर्ड पर लिखी तारीख की भी जांच की जा रही है। वहीं क्षेत्रीय लोगों समेत मदरसे संचालक के बेटे से भी पूछताछ की जा रही है।
छबीलेपुरवा की महिला ने उसका बेटा होने की जताई आशंका
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मदरसे में कंकाल मिलने की खबर पूरे इलाके में फैली तो पास के मोहल्ले छबीलेपुरवा निवासी महिला अजबुननिशा ने थाने पहुंचकर उनके लापता बेटे का कंकाल होने की आशंका जताई। थाना प्रभारी अजय प्रकाश मिश्र ने बताया कि छबीलेपुरवा की महिला अजबुननिशा का करीब 11 साल का बेटा अयान 24 अगस्त 2023 को घर के बाहर से खेलता हुआ गायब हो गया था। अयान मानसिक रूप से विक्षिप्त था। उसकी गुमशुदगी थाने में दर्ज कराई गई थी। थाना प्रभारी ने बताया कि कंकाल में मौजूद टीशर्ट और हाफ पैंट से महिला अपने बेटे के होने की आशंका जता रही है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट और दोनों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। जिसके बाद ये साफ हो सकेगा कि कंकाल लापता बच्चे अयान का है या नहीं। पिछले साल हुई गुमशुदगी की रिपोर्ट देखकर भी जांच की जा रही है।
कोट
बंद पड़े मदरसे में कंकाल मिलने के बाद फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच की गई है। मदरसे के संचालन की पुलिस को जानकारी नहीं थी। इसके रजिस्ट्रेशन को लेकर भी जांच की जा रही है कि कब से कब तक मदरसा संचालित रहा। कंकाल काफी पुराना लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– राजेश कुमार श्रीवास्तव, एडीसीपी पूर्वी
हमीरपुर में कुंए में मिला नरकंकाल
भरुआ सुमेरपुर। सुमेरपुर थाना क्षेत्र के टेढ़ा के पंधरी मौजा की सीमा पर स्थित एक कुंए में बुधवार को नरकंकाल मिलने से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने कुएं से नरकंकाल की कुछ अस्थियां और कपड़े बरामद किए। देखते ही देखते मौके पर भीड़ लग गई। पंधरी गांव के ही एक युवक ने कपड़े देखकर शव की शिनाख्त 17 जुलाई से लापता पिता के रूप में की। उसने पिता की हत्या कर शव फेंके जाने का आरोप लगाया है।
वहीं पुलिस का कहना है कि सही शिनाख्त के लिए डीएनए टेस्ट कराएंगे।
26 नवंबर को पंधरी के एक चरवाहे ने गांव के ही पप्पू चौधरी को उनके नलकूप के पास स्थित कुएं में शव उतराने की सूचना दी थी। पप्पू ने पुलिस को बताया। सूचना पर पुलिस पहुंची भी पर वह नरकंकाल को खेतों में खड़ा किया जाने वाला पुलता बताकर लौट आई। इधर कुएं में शव मिलने की सूचना पर बुधवार सुबह पंधरी निवासी लापता किसान शीलू उर्फ जीतेंद्र सिंह के मामा श्यामस्वरूप सिंह ने यूपी 112 पुलिस को सूचना दी। इसके बाद टीम मौके पर पहुंची और कुएं में शव होने की पुष्टि की। पुलिस ने फायर बिग्रेड को सूचना देकर मौके पर बुलाया। फायर टीम ने कुएं में जाल डालकर नरकंकाल की कुछ अस्थियां बाहर निकालीं। जिसमें कपड़े भी लिपटे हुए थे। कुएं से नरकंकाल की सूचना पर शीलू का 17 वर्षीय पुत्र हर्ष, 15 वर्षीय पुत्र हर्षित, 22 वर्षीय भतीजा वैभव सिंह और ममेरा भाई अभिषेक सिंह मौके पर आ गए। सभी ने कपड़ों से शिनाख्त की। मृतक के दोनों पुत्रों, भतीजे व ममेरे भाई ने हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया। शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत था। सिर शव से अलग कुएं में उतरा रहा था। पुलिस ने अस्थियों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
डीएनए टेस्ट से शव की करेंगे पहचान
थानाध्यक्ष अनूप सिंह ने बताया कि किसान शीलू की गुमशुदगी दर्ज है। मामला संदिग्ध है। जांच कराई जा रही है। प्रमाणिक शिनाख्त के लिए शव का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा।