बस्ती। बेसिक शिक्षा विभाग में फिर फर्जी शिक्षक की तैनाती का मामला सामने आया है। हर्रेया ब्लॉक के मुकुंदपुर प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात शिक्षक रामजी सिंह जांच में फर्जी निकला। विभाग ने उसकी सेवा चंदौली से भी जुड़ा है मामला, फर्जी शिक्षक से होगी वेतन की रिकवरी
समाप्त कर दी है।

- एक कस्तूरबा-एक खेल योजना से सिखाएंगे छात्राओं को
- स्मार्ट क्लास में ड्रिंक करती हैं मैम, एसी लगा है, फिर वहीं सो जाती हैं👉 आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप, कहा- विद्यालय परिसर में रहने वाली कई छात्राएं गर्भवती
- Primary ka master: राजकीय माध्यमिक स्कूलों में मानदेय पर रखे जाएंगे शिक्षक
- नौ मीटर चौड़ी सड़क पर भी खोल सकेंगे स्कूल से लेकर डिग्री कॉलेज
- 90 स्कूलों में एक भी नए विद्यार्थी का नहीं हुआ दाखिला, नोटिस
वर्ष 2010 में खुद खुद रामजी सिंह बनकर सहायक अध्यापक पर एक शख्स ने अपना चयन करा लिया। उसके सभी प्रपत्र राजी सिंह के नाम से विभाग में जमा हुए। 14 साल फर्जी दस्तावेज पर नौकरी चलती रही। वर्तमान मे मुकुंदपुर प्राथमिक विद्यालय पर संबंधित शख्स प्रधानाध्यापक पद तैनात भी रहा। विभागीय छानबीन में पता चला कि यहां शिक्षक पद पर तैनात रामजी सिंह असली नहीं है। वास्तविक रामजी सिंह जनपद चंदौली का रहने वाला है और वह प्राइवेट नौकरी में है। इसी के बाद विभाग ने फर्जी शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी। बीएसए ने तथाकथित शिक्षक के खिलाफ केस दर्ज कराने का आदेश दिया है। कहा कि संबंधित शख्स से वेतन की रिकवरी कराई जाएगी। यदि विभाग और कोई शिक्षक संदिग्ध प्रतीत हो रहा है तो उसकी गोपनीय ढंग से शिकायत की जाए। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी