परिषदीय स्कूलों में विद्यालय प्रबंध समितियों का पुनर्गठन 30 नवंबर से पहले कराने के निर्देश हैं। इसे लेकर जिला अधिकारी ने उपजिला अधिकारी,खंड विकास अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित कर दिया है। जिले में प्रबंध समितियों का कार्यकाल 30 नवंबर को खत्म हो रहा है। शासन ने इससे पहले विद्यालय प्रबंध – समितियों के पुनर्गठन के निर्देश दिए हैं। इसके बाद विभाग की ओर से विद्यालय प्रबंध समितियों के गठन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। छह ब्लॉकों में समिति गठन का कार्यक्रम तय कर लिया गया है। साथ ही उन्हें निर्देश दिए हैं कि विद्यालय प्रबंध समिति के गठन के लिए सभी अभिभावकों की खुली बैठक विद्यालय परिसर में करायी जाए। विवाद होने की स्थिति में संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी गोपनीय मतदान से निराकरण कराएं। प्रबंध समिति के गठन से पहले जानकारी गांव में दी जाए। इस प्रकिया के तहत ब्लॉक के एसडीएम,खंड विकास अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी को ही अपने ब्लॉक का नोडल बनाया गया है।

- विद्यालय प्रबंधक की सशर्त जमानत मंजूर
- पेंशन योजना का लाभ देने का निर्देश
- अगर आपके विद्यालय में नए सत्र में पांच नए प्रवेश न हुए तो कार्रवाई सुनिश्चित
- KV में अर्ध अवकाश के साथ ग्रीष्मकालीन छुटि्टयां शुरू, परिषदीय विद्यालयों में छुट्टी घोषित करने की मांग
- अब संयुक्त रूप से खेलेंगे बेसिक और माध्यमिक विद्यालय के छात्र
रामपुर। विद्यालयों में गठित होने वाली प्रबंध समिति आसपास के क्षेत्र के सभी बच्चों का नामांकन एवं उपस्थिति सुनिश्चित करेगी। विद्यालय की आधारभूत संरचना एवं मानकों के रखरखाव का भी अवलोकन कर सकेंगी। साथ ही निपुण भारत मिशन अभियान के तहत अभिभावकों की सहभागिता सुनिश्चित करेगी। एमडीएम के तहत मिलने वाले मिडडे-मील का भी समय समय पर अवलोकन कर सकेंगे।
15 सदस्य होंगे प्रबंध समिति में
रामपुर। प्रबंध समिति में 15 सदस्य शामिल हो सकेंगे। इसमें 11 सदस्य बच्चों के अभिभावक होंगे। 50 फीसदी महिला सदस्यों को रखना अनिवार्य होगा। जबकि, चार सदस्यों में एक स्थानीय निकाय का पंचायत का सदस्य, एक एएनएम अथवा मिडवाइफ, डीएम द्वारा नामित एक लेखपाल तथा एक प्रधानाध्यापक शामिल होगा।