प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 के आयोजन को लेकर इसी हफ्ते स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है। अभ्यर्थियों को भी जानना है कि आयोग परीक्षा दो दिन में कराता है या पहले की भांति एक ही दिन में होगी।
आयोग के सूत्रों का कहना है कि एक सप्ताह में परीक्षा के आयोजन को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी। बीते दिनों आयोग में धरना-प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों ने पहले की भांति एक ही दिन में परीक्षा कराने की मांग की थी लेकिन

- विद्यालय प्रबंधक की सशर्त जमानत मंजूर
- पेंशन योजना का लाभ देने का निर्देश
- अगर आपके विद्यालय में नए सत्र में पांच नए प्रवेश न हुए तो कार्रवाई सुनिश्चित
- KV में अर्ध अवकाश के साथ ग्रीष्मकालीन छुटि्टयां शुरू, परिषदीय विद्यालयों में छुट्टी घोषित करने की मांग
- अब संयुक्त रूप से खेलेंगे बेसिक और माध्यमिक विद्यालय के छात्र
केंद्र निर्धारण के सख्त नियमों में उलझी प्रदेश की प्रतिष्ठित परीक्षा
तब अभ्यर्थियों के बीच पहुंचे आयोग के सचिव स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं कर सके थे। उन्होंने अभ्यर्थियों से कहा था कि केंद्र निर्धारण का काम चल रहा है। केंद्र निर्धारित होते ही तिथि घोषित की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि आयोग ने प्रदेश के
सभी जिलों में केंद्र बनाने के विकल्प पर भी काम किया है, ताकि परीक्षा एक ही दिन में कराई जा सके।
केंद्र निर्धारण के नियम सख्त होने से आयोग को पर्याप्त संख्या में केंद्र नहीं मिल पा रहे हैं। अगर मानक के अनुरूप केंद्र निर्धारण में अड़चन आती है तो आयोग पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा दो दिन भी करा सकता है।
हालांकि दो दिन परीक्षा कराने का निर्णय होता है तो आयोग को अभ्यर्थियों के विरोध का सामना करना होगा, क्योंकि अभ्यर्थी नहीं चाहते हैं कि एक समान मूल्यांकन के लिए मानकीकरण
(नॉर्मलाइजेशन) की व्यवस्था लागू की जाए। यह तभी हो सकता है, जब सभी अभ्यर्थियों की परीक्षा एक ही दिन में एक पाली में पूरी करा ली जाए। ऐसी स्थिति में एक समान मूल्यांकन की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
सूत्रों का कहना है कि आयोग ने भी तमाम बिंदुओं ध्यान में रखकर केंद्र निर्धारण की दिशा में काम किया है। इसकी प्रक्रिया अंतिम दौर में है। दिसंबर के पहले हफ्ते में पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा प्रस्तावित है और आयोग के पास परीक्षा पर निर्णय लेने के लिए एक माह का वक्त बचा है।